दक्षिण कोरिया के दक्षिणी हिस्सों में शुष्क मौसम और तेज़ हवाओं के कारण लगी भीषण जंगल की आग ने अब तक 16 लोगों की जान ले ली और 19 से अधिक लोग घायल हो गए। आग इतनी भयावह है कि 43,000 एकड़ से अधिक भूमि जलकर खाक हो गई है। हालात को देखते हुए हजारों लोगों को अपना घर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा है।
आग बुझाने के लिए बड़ा अभियान जारी
आग पर काबू पाने के लिए 9,000 से अधिक अग्निशामक, 130 से अधिक हेलीकॉप्टर, और सैकड़ों वाहन तैनात किए गए हैं। हालांकि, तेज़ हवाओं के कारण आग बुझाने में कठिनाइयां आ रही हैं, जिससे कई शहरों में स्थिति और खराब होती जा रही है।
1300 साल पुराना बौद्ध मंदिर नष्ट
उइसोंग में स्थित 1300 साल पुराना गौंसा बौद्ध मंदिर भी आग की चपेट में आ गया। हालांकि, मंदिर में मौजूद पत्थर की बुद्ध प्रतिमा और अन्य राष्ट्रीय धरोहरों को सुरक्षित निकाल लिया गया।
सैकड़ों गांव खाली, जेल से कैदियों का स्थानांतरण
अंडोंग, उइसोंग, सांचोंग और उल्सान जैसे शहरों में 5,500 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया। वहीं, चेओंगसोंग काउंटी की जेल से 2,600 कैदियों को दूसरी जगह स्थानांतरित किया जा रहा है।
चार अग्निशामकों की मौत, आग पर काबू पाना मुश्किल
सांचोंग इलाके में आग बुझाने के दौरान चार अग्निशामक और सरकारी कर्मचारियों की मौत हो गई। कोरिया वन सेवा के अनुसार, देशभर में अभी भी कम से कम पांच बड़े जंगलों में आग लगी हुई है।
हालात गंभीर हैं, लेकिन प्रशासन और राहत दल आग पर काबू पाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।