पाकिस्तान में एक और हिंसक घटना सामने आई है। बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने पाकिस्तानी सेना के बसों के काफिले पर एक जानलेवा हमला किया है, जिसमें कई फ्रंटियर कोर (एफसी) के जवान शहीद हो गए हैं।
हमले की विभीषिका
नोशकी जिले में हुए इस हमले में मौतों को लेकर विभिन्न स्रोतों के बीच अलग-अलग दावे सामने आए हैं। स्थानीय थाना प्रभारी जफरुल्लाह सुमलानी ने पांच जवानों की मौत की पुष्टि की है, जबकि विभिन्न मीडिया स्रोतों ने 5 से 7 के बीच मौतों की रिपोर्ट की है। हालांकि, बीएलए ने एक चौंकाने वाला दावा किया है कि हमले में 90 जवान मारे गए हैं।
हमले का तरीका
बीएलए प्रवक्ता जियंद बलोच के अनुसार, आठ बसों के काफिले में से एक बस पूरी तरह नष्ट हो गई। हमलावरों ने विस्फोटक लदी गाड़ी से बस में टक्कर मारी और फिर मजीद ब्रिगेड के लड़ाकों ने दूसरी बस पर गोलीबारी की। सुरक्षा बलों के सूत्रों ने बताया कि हमला दो चरणों में हुआ – पहले बम विस्फोट और फिर आत्मघाती हमलावरों द्वारा हमला।
घायलों की स्थिति
इस हमले में 35 से अधिक जवान घायल हुए हैं। घायलों को एफसी के कैंप अस्पताल और नोशकी के टीचिंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सुरक्षा बलों ने बताया कि फिदायीन हमलावरों के अलावा तीन अन्य आतंकी मार गिराए गए हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
इस गंभीर हमले के बाद पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने संसद के दोनों सदनों का संयुक्त सत्र बुलाने का निर्णय लिया है। बुधवार या बृहस्पतिवार को होने वाले इस बंद सत्र में संसद के दोनों सदनों को विशेष सुरक्षा समिति में बदला जाएगा।
यह ध्यान देने योग्य है कि यह हमला पिछले मंगलवार को क्वेटा से पेशावर जाने वाली जफर एक्सप्रेस ट्रेन पर हुए हमले के बाद हुआ है, जिसमें भी कई पाकिस्तानी सैनिक मारे गए थे।
पाकिस्तान सरकार ने अभी तक इस घटना पर कोई आधिकारिक जानकारी साझा नहीं की है, जिससे स्थिति और भी अधिक तनावपूर्ण बन गई है।