अमेरिका में अंडों की कीमतें इन दिनों एक गंभीर समस्या बन गई हैं। अंडों की कीमतें इतनी बढ़ गई हैं कि लोग अब विदेशों से अंडे लाने पर मजबूर हो रहे हैं। कुछ शहरों में एक दर्जन अंडे 10 डॉलर (800 रुपये से अधिक) तक पहुंच चुके हैं, जबकि मैक्सिको में वही अंडे मात्र 2 डॉलर (लगभग 165 रुपये) में मिल रहे हैं।
तस्करी का बढ़ता ग्राफ
अमेरिका की सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा एजेंसी (CBP) के आंकड़े चौंका देने वाले हैं। पिछले साल की तुलना में अंडों की तस्करी में 36% की वृद्धि हुई है। टेक्सास बॉर्डर के आसपास तो यह बढ़ोतरी 54% तक पहुंच गई है। पकड़े जाने पर तस्करों को 300 डॉलर (लगभग 25,000 रुपये) का जुर्माना भरना पड़ता है।
बर्ड फ्लू: मुख्य कारण
अंडों की कीमतों में इस तेज उछाल का मुख्य कारण बर्ड फ्लू (एवियन इन्फ्लूएंजा) है। अमेरिकी कृषि विभाग (USDA) के अनुसार, 2024 की अंतिम तिमाही में 2 करोड़ से अधिक अंडा देने वाली मुर्गियां नष्ट हो गईं। इससे उत्पादन में भारी गिरावट आई और अंडों की कीमतें आसमान छूने लगीं।
महंगाई का दबाव
इस महंगाई का सीधा असर उपभोक्ताओं पर पड़ रहा है। पिछले महीने की रिपोर्ट बताती है कि खाद्य वस्तुओं की कीमतों में हुई कुल वृद्धि का लगभग दो-तिहाई हिस्सा केवल अंडों के महंगे होने के कारण था। कई दुकानों में अंडों की कमी हो गई है, जिससे लोगों को महंगे दामों पर खरीदारी करनी पड़ रही है।
सरकार के प्रयास
अमेरिका का न्याय विभाग इस मामले की जांच कर रहा है। सरकार यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या बड़े उत्पादकों ने जानबूझकर कीमतें बढ़ाने या आपूर्ति रोकने की साजिश की है। इसके अलावा, देश ने दूसरे देशों से अंडों का आयात भी शुरू कर दिया है। उदाहरण के लिए, तुर्की ने अमेरिका को करीब 16,000 टन अंडे भेजने शुरू कर दिए हैं।
भविष्य का क्या होगा?
2015 के बाद से यह अंडों की कीमतों में सबसे बड़ी वृद्धि है। अगर हालात जल्दी नहीं सुधरे, तो महंगाई और बढ़ सकती है। सरकार समस्या को हल करने के लिए कदम उठा रही है, लेकिन अभी यह कहना मुश्किल है कि अंडों की कीमतें कब तक सामान्य होंगी।