छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में आज 50 नक्सलियों ने पुलिस अधीक्षक डॉ. जितेंद्र यादव के समक्ष आत्मसमर्पण किया। इनमें कई कुख्यात माओवादी शामिल हैं, जिन पर कुल 68 लाख रुपये का इनाम घोषित था। यह आत्मसमर्पण राज्य सरकार की पुनर्वास नीति और लोन वर्राटू अभियान से प्रेरित होकर किया गया है।
नक्सली संगठन को बड़ा झटका
यह पहली बार है कि इस साल एक साथ 50 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। यह सरकार द्वारा 31 मार्च 2026 तक प्रदेश से नक्सलवाद खत्म करने की डेडलाइन के तहत की जा रही प्रभावी कार्रवाई का नतीजा माना जा रहा है।
जल्द होगी प्रेस कॉन्फ्रेंस
एसपी डॉ. जितेंद्र यादव ने इसे पुलिस और सरकार के लिए बड़ी सफलता बताया और कहा कि शीघ्र ही मीडिया को इस मामले की विस्तृत जानकारी दी जाएगी। सरेंडर करने वालों में प्रमुख नक्सली कमांडर भी शामिल हैं, जो लंबे समय से इलाके में सक्रिय थे।
शांति और विकास की दिशा में बड़ा कदम
सरकार की पुनर्वास नीति और सुरक्षा बलों के अभियान से प्रेरित होकर नक्सली मुख्यधारा में लौट रहे हैं। पुलिस का मानना है कि यह क्षेत्र में शांति और विकास लाने की दिशा में एक अहम कदम है। जल्द ही सरेंडर करने वाले नक्सलियों के पुनर्वास और उनके भविष्य की योजनाओं पर चर्चा के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की जाएगी।