नूंह सड़क हादसा शनिवार सुबह एक भयावह रूप में सामने आया, जब फिरोजपुर झिरका थाना क्षेत्र में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर तेज रफ्तार पिकअप ने सफाई कार्य कर रहे कर्मचारियों को कुचल दिया। यह हादसा इब्राहिमबास गांव के पास हुआ, जिसमें 6 सफाई कर्मचारियों की मौके पर ही मौत हो गई और 5 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
यह घटना सुबह करीब 10 बजे की है। लगभग 10 सफाई कर्मचारी एक्सप्रेसवे पर साफ-सफाई में लगे थे, तभी अचानक एक पिकअप वाहन तेज गति से आया और उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि शवों के टुकड़े तक अलग हो गए। घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है।
हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। स्थानीय लोग तुरंत मदद के लिए आगे आए और पुलिस व एंबुलेंस को सूचना दी। कुछ ही देर में घटनास्थल पर भारी भीड़ जमा हो गई। रोड सेफ्टी एजेंसी, पुलिस और चिकित्सा दल मौके पर पहुंचे और राहत कार्य शुरू किया।
यह नूंह सड़क हादसा न केवल एक दुखद घटना है, बल्कि एक्सप्रेसवे पर सुरक्षा इंतजामों की कमी को भी उजागर करता है। सोशल मीडिया पर घटना की तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं। लोग हादसे पर शोक जता रहे हैं और तेज रफ्तार वाहनों पर नियंत्रण की मांग कर रहे हैं।
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। सीसीटीवी फुटेज और चश्मदीदों के बयान के आधार पर दोषी चालक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। यह हादसा एक बार फिर से सवाल खड़ा करता है—क्या हमारी सड़कें वाकई सुरक्षित हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो दिन-रात उनकी सफाई में लगे रहते हैं?