छत्तीसगढ़ में शिक्षा को नई दिशा: राजा पांडेय ने पाठ्य पुस्तक निगम अध्यक्ष का पद संभाला

रायपुर। राजधानी के शहीद स्मारक भवन में आज छत्तीसगढ़ पाठ्य पुस्तक निगम के नवनियुक्त अध्यक्ष राजा पांडेय ने पदभार ग्रहण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उन्हें बधाई देते हुए कहा कि शिक्षा ही विकास का असली मंत्र है। एक शिक्षित और अशिक्षित जीवन में बड़ा अंतर होता है।

मुख्यमंत्री ने पाठ्य पुस्तक निगम की भूमिका को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया और उम्मीद जताई कि राजा पांडेय ईमानदारी से जिम्मेदारी निभाएंगे। उन्होंने कहा कि निगम को किताबों की समय पर छपाई और वितरण सुनिश्चित करना होगा ताकि बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो।

सीएम साय ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति की चर्चा करते हुए बताया कि छत्तीसगढ़ में इसे लागू कर दिया गया है। इसमें शिक्षा के साथ रोजगार पर भी विशेष ध्यान दिया गया है। राज्य सरकार स्थानीय भाषाओं में स्कूली किताबें उपलब्ध करवा रही है जिससे बच्चे मातृभाषा में सहजता से शिक्षा ले सकें।

मुख्यमंत्री ने छत्तीसगढ़ में शिक्षा और औद्योगिक विकास की उपलब्धियों का भी जिक्र किया। उन्होंने बताया कि राज्य में अब 14 मेडिकल कॉलेज हैं, IIT, IIM जैसे संस्थान हैं और हाल ही में नवा रायपुर में देश का दूसरा सेमीकंडक्टर यूनिट शुरू हुआ है। इसके अलावा ई-रिक्शा वितरण, एल्कलाइन वॉटर प्लांट जैसे कई कदम विकास को गति दे रहे हैं।

केंद्रीय मंत्री तोखन साहू ने कहा कि शिक्षा सामाजिक और आर्थिक परिवर्तन की धुरी है। उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने सुशासन तिहार का उल्लेख करते हुए निगम-मंडलों की भूमिका को अहम बताया।

इस कार्यक्रम में कई विधायक, पूर्व मंत्री, निगम-मंडल प्रमुख, जनप्रतिनिधि और अधिकारी मौजूद थे।

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