रायपुर: कबीरधाम जिले में आयोजित भोरमदेव महोत्सव 2025 का अंतिम दिन छत्तीसगढ़ की समृद्ध लोकसंस्कृति और भक्ति से सराबोर रहा। लोकगीतों, जसगीतों और छॉलीवुड के लोकप्रिय गानों ने सांस्कृतिक संध्या को संगीतमय बना दिया।
कार्यक्रम का शुभारंभ उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने दीप प्रज्वलन कर किया। यह महोत्सव छत्तीसगढ़ के ऐतिहासिक, पुरातात्विक और धार्मिक धरोहर बाबा भोरमदेव मंदिर की महिमा को बढ़ाने वाला आयोजन रहा, जो इस वर्ष 29वीं वर्षगांठ पर और भव्यता के साथ मनाया गया।
धार्मिक अनुष्ठान और पूजन
समापन से पहले मंदिर में महाअभिषेक, सहस्त्रार्चन, रुद्राभिषेक, विशेष श्रृंगार आरती और गंगा आरती का आयोजन किया गया। भगवान वरुण देव का पूजन और दीपदान भी हुआ, जिससे श्रद्धालु आध्यात्मिक अनुभव में डूबे रहे।
भोरमदेव के विकास की नई योजनाएं
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि भोरमदेव मंदिर केवल एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि एक ऐतिहासिक और आध्यात्मिक केंद्र है। इसे राष्ट्रीय धार्मिक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के तहत 146 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी है।
इस राशि से भोरमदेव मंदिर, रामचुआ, मड़वा महल, छेरकी महल और सरोधा जैसे स्थलों का विकास किया जाएगा। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर परिसर में विशेष शेड, पेयजल, स्वच्छता और विश्राम स्थल बनाए जाएंगे। मंदिर परिसर और तालाब का सौंदर्यीकरण कर इसे आकर्षक पर्यटन स्थल बनाया जाएगा।
पर्यटन और सुविधाओं का विस्तार
सरोधा में वॉटर स्पोर्ट्स सुविधाएं विकसित की जाएंगी, वहीं भोरमदेव क्षेत्र में हेलीपेड निर्माण से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। बुढ़ा महादेव मंदिर और पचराही क्षेत्र के विकास की भी योजनाएं बनाई गई हैं।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि इन परियोजनाओं के पूरा होने से भोरमदेव न केवल धार्मिक, बल्कि पर्यटन हब के रूप में भी उभरेगा। उन्होंने सभी श्रद्धालुओं को चैत्र नवरात्रि और भारतीय नववर्ष की शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर राजीव लोचन जी महाराज, गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष बिसेसर पटेल, विधायक अनुज शर्मा समेत कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।