रायपुर: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बलौदाबाजार स्थित मनोविकास केंद्र का अवलोकन कर विशेष आवश्यकता वाले बच्चों से आत्मीय संवाद किया। उन्होंने बच्चों की प्रगति की जानकारी ली और उनकी प्रतिभा को सराहा। योग, संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रमों को देखकर मुख्यमंत्री भावविभोर हो उठे और उनकी मुक्त कंठ से प्रशंसा की।
मुख्यमंत्री ने प्रशासन द्वारा कोविड केंद्र को मनोविकास केंद्र में तब्दील करने की पहल को एक अनुकरणीय मॉडल बताया। उन्होंने कहा कि यह प्रयास समावेशिता और करुणा को बढ़ावा देता है और मानवता की सच्ची सेवा का उदाहरण है।
विशेष बच्चों की प्रतिभा का प्रदर्शन
इस अवसर पर विशेष बालक शेष साहू ने गायत्री मंत्र के उच्चारण से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया, जबकि सोमनाथ साहू ने ढोलक की थाप पर जसगीत प्रस्तुत किया। नीलकमल, पुष्कर, सोमनाथ और शेष द्वारा किए गए सूर्य नमस्कार योग प्रदर्शन को मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से सराहा और इसे बच्चों की शारीरिक व मानसिक सशक्तता का प्रतीक बताया।
मनोविकास केंद्र: संवेदना और पुनर्वास का केंद्र
जनवरी 2025 में शुरू हुआ बलौदाबाजार का मनोविकास केंद्र, विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के समग्र विकास और पुनर्वास के लिए एक आदर्श संस्थान बन चुका है। यह केंद्र अंबुजा अडानी सीमेंट संयंत्र के सीएसआर फंड से संचालित हो रहा है और वर्तमान में 40 से अधिक बच्चों को विशेष शिक्षा, चिकित्सा सहयोग, व्यावसायिक प्रशिक्षण और कौशल विकास की सुविधा प्रदान कर रहा है।
केंद्र में बच्चों को फिजियोथेरेपी, स्पीच और बिहेवियर थेरेपी, मनोवैज्ञानिक परामर्श, सिलाई, कंप्यूटर साक्षरता, बागवानी सहित विभिन्न प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं। इसके अलावा, खेल व सांस्कृतिक गतिविधियों के माध्यम से उन्हें आत्मनिर्भर बनने की दिशा में मार्गदर्शन मिल रहा है।
इस अवसर पर राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, नगर पालिका अध्यक्ष अशोक जैन, डॉ. सनम जांगड़े, आनंद यादव, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल समेत कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित रहे।