बस्तर पंडुम में अमित शाह का जोशिला संबोधन: तेंदूपत्ता की नई कीमत और नक्सलवाद पर कड़ा संदेश

दंतेवाड़ा। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बस्तर दौरे पर शनिवार को पहुंचे और मां दंतेश्वरी के दर्शन कर बस्तर पंडुम के समापन समारोह में शामिल हुए। उन्होंने पारंपरिक धोती-कुर्ता पहनकर देवी की पूजा-अर्चना की और प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की।

बस्तर पंडुम के मंच से शाह ने कई बड़े ऐलान किए। उन्होंने कहा कि सरकार अब आदिवासियों से 5500 रुपये प्रति मानक बोरा तेंदूपत्ता खरीदेगी। अब दलालों के चक्कर में नहीं फंसना होगा। पैसा सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर होगा।

मुख्य समारोह में अमित शाह ने बस्तर की विविध संस्कृति की सराहना की। उन्होंने बताया कि अगली बार पंडुम को 12 श्रेणियों में आयोजित किया जाएगा और इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई जाएगी। देशभर के राजदूतों को यहां बुलाकर संस्कृति से परिचय कराया जाएगा।

कार्यक्रम में सीएम विष्णुदेव साय ने कहा कि 2026 से पहले छत्तीसगढ़ को नक्सलमुक्त बनाने का लक्ष्य पूरा किया जाएगा। शाह ने भी विश्वास जताया कि बस्तर अब बदलाव के रास्ते पर है।

नक्सलियों से अपील करते हुए गृहमंत्री ने कहा, “अब गोलियों का दौर खत्म हो चुका है। हथियार छोड़िए और विकास की मुख्यधारा में शामिल हो जाइए।” उन्होंने साफ किया कि केंद्र सरकार बस्तर को आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

बस्तर पंडुम के इस आयोजन में देशभर से हजारों कलाकार शामिल हुए और बस्तर की संस्कृति का अद्भुत संगम देखने को मिला। यह आयोजन अब बस्तर की नई पहचान बन रहा है।

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