छत्तीसगढ़ सरकार ने एक बार फिर साबित किया है कि सुशासन केवल एक नारा नहीं, बल्कि उनकी प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने हाल ही में कहा कि “सुशासन तिहार-2025” के जरिए सरकार जनता के और करीब पहुंच रही है। इस अभियान का उद्देश्य है — पारदर्शिता, संवाद और समाधान को एक प्रक्रिया में जोड़कर जनविश्वास को मजबूत करना।
मुख्यमंत्री का स्पष्ट संदेश है कि राज्य का हर नागरिक यह महसूस करे कि उनकी बात सुनी जा रही है, उनकी समस्याओं का समाधान हो रहा है, और योजनाओं का लाभ सही व्यक्ति तक पहुँच रहा है।
सुशासन तिहार-2025 के अंतर्गत मुख्यमंत्री स्वयं, मंत्रीगण, मुख्य सचिव और वरिष्ठ अधिकारी जनता से सीधा संवाद करेंगे। यह एक नई पहल है, जो प्रशासन को कागजों से बाहर लाकर जमीनी स्तर पर ला रही है।
इस अभियान को हर जिले, हर पंचायत और हर नागरिक तक पहुँचाने के लिए मुख्यमंत्री ने सभी कलेक्टरों को निर्देश दिए हैं कि वे इसे जनांदोलन का रूप दें। उन्होंने कहा कि अधिकारियों की नेतृत्व क्षमता और समर्पण ही इस तिहार को सफलता की नई ऊंचाई तक पहुंचाएगा।
सुशासन तिहार 2025 के माध्यम से छत्तीसगढ़ सरकार यह संदेश दे रही है कि अब शासन जनता की चौखट पर है, और समस्याओं के समाधान के लिए सीधा संवाद ही सबसे मजबूत माध्यम है।