अयोध्या। चैत्र शुक्ल नवमी, सम्वत् 2082 – यानी 6 अप्रैल 2025 को रामनगरी अयोध्या पूरी तरह प्रभु श्रीराम के जन्मोत्सव में डूबी हुई है। शहर के हर कोने में भक्ति, उल्लास और अलौकिक सजावट का अद्भुत संगम दिखाई दे रहा है। राम मंदिर से लेकर नगर के सभी प्रवेश द्वारों तक का दृश्य मानो स्वर्ग को भी मात दे रहा हो।
दूसरी बार नव्य-भव्य राम मंदिर में मनेगा रामलला का जन्मोत्सव
यह दूसरा अवसर है जब नव्य-भव्य श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला का जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। जन्मोत्सव को लेकर तैयारियां अंतिम चरण में हैं। रामलला के धाम को विशेष सजावट से सजाया गया है और देशभर से आए श्रद्धालुओं के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं।
भव्य कार्यक्रम और दर्शन की व्यवस्था
-
सुबह 9:30 बजे रामलला के अभिषेक से कार्यक्रम की शुरुआत होगी, जो 10:30 बजे तक चलेगा।
-
10:40 से 11:45 बजे तक श्रृंगार का कार्यक्रम चलेगा, जिसमें गर्भगृह खुला रहेगा।
-
11:45 बजे भोग लगाया जाएगा और फिर ठीक 12 बजे प्रभु श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया जाएगा।
-
इसके बाद पूजन, आरती और सूर्य तिलक की विशेष परंपरा का पालन किया जाएगा।
नोट: रामलला के दर्शन के लिए मध्याह्न तक सभी पास निरस्त कर दिए गए हैं ताकि भीड़ नियंत्रण में रहे।
सुरक्षा और व्यवस्थाओं में कोई कमी नहीं
अयोध्या में श्रद्धालुओं की संख्या 25 लाख तक पहुंचने की संभावना है। इसी को ध्यान में रखते हुए:
-
रामजन्मभूमि पथ पर कालीन बिछाई गई है ताकि भक्तों को गर्मी न सताए।
-
पेयजल, चिकित्सा, शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाएं जगह-जगह उपलब्ध कराई गई हैं।
-
रामपथ, भक्तिपथ, धर्मपथ, कनक भवन, हनुमानगढ़ी और सरयू घाटों पर बैरिकेडिंग की गई है।
-
चार पहिया वाहनों का प्रवेश रोकते हुए यातायात के लिए डायवर्जन लागू कर दिया गया है।
सीधा प्रसारण और वैश्विक जुड़ाव
रामलला जन्मोत्सव के समस्त कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण टीवी और इंटरनेट के माध्यमों पर किया जाएगा ताकि देश-विदेश में बैठे करोड़ों श्रद्धालु इस अलौकिक पर्व से जुड़ सकें।