नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने तुरंत एक्शन लेते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की आपात बैठक बुलाई। इस उच्चस्तरीय बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल भी शामिल हुए।
बैठक के दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने प्रधानमंत्री को हमले की पूरी जानकारी दी और अब तक की कार्रवाई से अवगत कराया। प्रधानमंत्री मोदी ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कई अहम सवाल किए, जिनका जवाब गृहमंत्री ने विस्तार से दिया। बैठक के बाद प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि यह एक अत्यंत संवेदनशील मसला है और सरकार पूरी तरह सतर्क है।
बैठक में लिए गए 5 बड़े फैसले:
- जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद रोधी ऑपरेशन तेज किया जाएगा।
- हमले के दोषियों की पहचान कर जल्द गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी।
- घुसपैठ को रोकने के लिए LoC और सीमावर्ती क्षेत्रों में अतिरिक्त बल तैनात होंगे।
- स्थानीय खुफिया नेटवर्क को और मजबूत किया जाएगा।
- श्रद्धालु और आम नागरिकों की सुरक्षा के लिए व्यापक सुरक्षा योजना लागू की जाएगी।
इसी के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS), तीनों सेनाओं के प्रमुखों और NSA के साथ अलग से बैठक की। इस दौरान उन्हें पहलगाम और पूरे जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की जानकारी दी गई। सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि सेना को अलर्ट पर रखा गया है और सर्च ऑपरेशन जारी है।
सरकार के इन निर्णयों से साफ है कि भारत अब किसी भी आतंकी हरकत का मुंहतोड़ जवाब देने को तैयार है। पहलगाम आतंकी हमला अब केवल एक घटना नहीं, बल्कि सरकार के लिए सख्त रणनीति का एक नया चरण बन चुका है।