नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में सुरक्षाबलों ने एक बार फिर सतर्कता का परिचय देते हुए एक बड़ी दुर्घटना को टाल दिया है। जिले के गट्टाकाल के जंगलों में चल रहे सर्च ऑपरेशन के दौरान 5 किलो वजनी प्रेशर कुकर IED बरामद किया गया, जिसे माओवादियों ने जवानों को निशाना बनाने के लिए प्लांट किया था।
कैसे हुआ IED बरामद?
15 अप्रैल को थाना कोहकामेटा क्षेत्र के अंतर्गत कैम्प मोहंदी से जिला पुलिस बल, 53वीं वाहिनी आईटीबीपी और BDS (बम निरोधक दस्ता) की संयुक्त टीम एरिया डॉमिनेशन पर निकली थी। जब यह टीम ग्राम गट्टाकाल के जंगल-पहाड़ी रास्ते से गुजर रही थी, तभी 5 किलो का प्रेशर कुकर IED दिखाई दिया।
टीम ने त्वरित निर्णय लेते हुए IED को सुरक्षित रूप से मौके पर ही डिफ्यूज कर दिया, जिससे एक बड़ी घटना होने से बच गई।
2025 में अब तक 16 से अधिक IED बरामद
नारायणपुर के पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने बताया कि माओवादियों की बढ़ती गतिविधियों और विस्फोटकों के लगातार प्लांट किए जाने के कारण क्षेत्र में BDS टीमों को विशेष रूप से तैनात किया गया है। अब तक वर्ष 2025 में कुल 16 से अधिक IED बरामद किए जा चुके हैं, जो इस बात का संकेत है कि नक्सली लगातार हिंसा फैलाने की फिराक में हैं।
✅ मुख्य बिंदु:
- गट्टाकाल जंगल में 5 किलो प्रेशर कुकर IED बरामद
- जिला पुलिस बल, ITBP और BDS टीम की संयुक्त कार्रवाई
- माओवादियों की नीयत जवानों को नुकसान पहुंचाने की थी
- अब तक 2025 में 16 से अधिक IED बरामद
- समय रहते IED डिफ्यूज कर टली बड़ी घटना
📌 नक्सली रणनीति पर लगाम जरूरी
नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में प्रेशर कुकर IED जैसे देसी बम लगाकर सुरक्षा बलों को निशाना बनाना माओवादियों की पुरानी रणनीति रही है। मगर बस्तर के जिलों में बढ़ी सुरक्षा तैनाती और आधुनिक तकनीकों के उपयोग से अब ऐसे मंसूबे नाकाम हो रहे हैं।