रायपुर। छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित महादेव सट्टा ऐप केस में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक बार फिर बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। ईडी ने इस हाई-प्रोफाइल मनी लॉन्ड्रिंग केस में दिल्ली, जयपुर, चंडीगढ़, मुंबई, अहमदाबाद, चेन्नई और ओडिशा के संबलपुर समेत देशभर में 50 से अधिक ठिकानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया।
ईडी सूत्रों के अनुसार, यह तलाशी अभियान उन लोगों और कंपनियों के खिलाफ केंद्रित है, जो महादेव सट्टा ऐप रैकेट से किसी न किसी रूप में जुड़े हुए हैं। इस कार्रवाई में “इज माई ट्रिप” कंपनी के प्रमोटर निशांत पिट्टी के खिलाफ भी छापेमारी की गई है। इसके अलावा, हरिशंकर टिबरीवाल नामक एक प्रमुख आरोपी देश छोड़कर फरार हो चुका है। उससे संबंधित ठिकानों पर भी जांच एजेंसी की टीम छापेमारी कर रही है।
इससे पहले भी हो चुकी है बड़ी कार्रवाई
गौरतलब है कि दो सप्ताह पहले सीबीआई ने भी इस मामले में छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत कई अन्य आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। उस दौरान 60 से अधिक जगहों पर छापे मारे गए थे। सीबीआई की रिपोर्ट में सामने आया था कि इस घोटाले से जुड़े कई राजनीतिक और प्रशासनिक अधिकारी भी जांच के दायरे में हैं।
बढ़ सकती हैं कुछ अधिकारियों की मुश्किलें
जांच की गति को देखते हुए यह साफ होता जा रहा है कि आने वाले समय में छत्तीसगढ़ के कुछ आईपीएस अधिकारियों और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी कानूनी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। ईडी और सीबीआई की संयुक्त कार्रवाई राज्य के राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में हलचल पैदा कर रही है।