रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने ग्रामीणों को पक्का मकान देने की दिशा में एक अहम पहल की है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बस्तर के घाटपदमपुर गांव से ‘मोर दुआर-साय सरकार महाभियान’ की शुरुआत की। यह अभियान प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण आवास प्लस 2.0 के तहत 15 दिनों तक चलेगा, जिसका उद्देश्य है—हर ऐसे परिवार की पहचान करना जिसे अब तक पक्का मकान नहीं मिला है।
मुख्यमंत्री साय ने खुद गांव में जाकर हितग्राहियों के घरों का सर्वे किया और ग्रामीणों से संवाद किया। उन्होंने भरोसा दिलाया कि कोई भी पात्र परिवार बिना पक्के घर के नहीं रहेगा। यह अभियान तीन चरणों में संचालित होगा—पहले जिला व ब्लॉक स्तर पर आयोजन, फिर गांव-गांव सर्वे और अंत में रिपोर्ट का सत्यापन व राज्य कार्यालय को भेजना।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने शिलोमणि कश्यप और लूदरी कश्यप जैसे हितग्राहियों के घर जाकर उनकी स्थिति जानी। लूदरी कश्यप ने भावुक होकर कहा कि वर्षों का सपना अब साकार हो रहा है।
इस अभियान के तहत राज्य में 11.5 लाख मकानों के निर्माण का लक्ष्य रखा गया है, जिनमें से करीब 9.4 लाख को पहले ही मंजूरी मिल चुकी है। उपमुख्यमंत्री शर्मा ने बताया कि डिजिटल साधनों से पारदर्शिता बढ़ाने के लिए ‘आवास प्लस 2.0’ ऐप और GRIH पोर्टल शुरू किए गए हैं।
‘महतारी वंदन योजना’ की राशि से महिलाओं को भी राहत मिली है। यह अभियान न केवल आवास उपलब्ध कराएगा, बल्कि ग्रामीणों के जीवन में स्थायित्व और आत्मसम्मान भी लाएगा।