रायपुर के गांधी भवन में स्थापित होगी सौर ऊर्जा प्रणाली, हरित छत्तीसगढ़ की दिशा में एक और कदम

रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में एक और महत्वपूर्ण पहल करते हुए रायपुर स्थित गांधी भवन में सौर ऊर्जा आधारित प्रणाली स्थापित करने की योजना बनाई है। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य भवन की विद्युत आवश्यकताओं को पर्यावरण अनुकूल और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से पूरा करना है।

क्रेडा और खादी बोर्ड की संयुक्त पहल

इस संबंध में आज राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) के अध्यक्ष भूपेंद्र सवन्नी और छत्तीसगढ़ राज्य खादी तथा ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष राकेश पाण्डेय के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई। बैठक में गांधी भवन परिसर में सौर ऊर्जा प्रणाली की स्थापना, उसकी उपयोगिता और तकनीकी पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की गई।

दोनों संस्थाओं के अध्यक्षों ने परियोजना को शीघ्र अमल में लाने और आपसी समन्वय से कार्य पूरा करने पर सहमति जताई है।

हरित ऊर्जा नीति को मिलेगा बल

इस पहल से राज्य की हरित ऊर्जा नीति को न केवल मजबूती मिलेगी, बल्कि यह गांधी भवन जैसे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर स्थल को स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग का एक प्रेरणादायक उदाहरण भी बनाएगा।

छत्तीसगढ़ में नवीकरणीय ऊर्जा का विस्तार

उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा सौर ऊर्जा, बायोमास और पवन ऊर्जा जैसे नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों को प्राथमिकता दी जा रही है। स्कूलों, सरकारी भवनों और ग्रामीण क्षेत्रों में सोलर पंप, ई-रिक्शा और बैटरी स्वैपिंग स्टेशन जैसे अनेक प्रोजेक्ट पहले से संचालित हैं।

गांधी भवन परियोजना इसी श्रृंखला में एक और प्रगतिशील और पर्यावरण हितैषी कदम है, जिससे आने वाले समय में शहरी क्षेत्रों में ग्रीन बिल्डिंग अवधारणा को भी प्रोत्साहन मिलेगा।

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