22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए निर्दोष पर्यटकों पर आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया। इस हमले के बाद केंद्र सरकार ने ताबड़तोड़ फैसले लेते हुए पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है।
🛑 सर्वदलीय बैठक से पहले राष्ट्रपति से मुलाकात
आज दिल्ली में संसद भवन में सर्वदलीय बैठक से पहले गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। इस दौरान राष्ट्रपति को पहलगाम हमले की पूरी जानकारी दी गई। सूत्रों का कहना है कि यह मुलाकात बेहद अहम मानी जा रही है, क्योंकि इसमें सुरक्षा और कूटनीतिक निर्णयों को लेकर राष्ट्रपति को अवगत कराया गया।
🏛 PM मोदी की अध्यक्षता में CCS बैठक के बाद सख्त फैसले
हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की सुरक्षा समिति (CCS) की आपात बैठक में कई कड़े निर्णय लिए गए:
- पाकिस्तान के साथ सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित किया गया।
- अटारी बॉर्डर को बंद कर दिया गया।
- भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे में देश छोड़ने का आदेश जारी।
- पाकिस्तानी राजनायिकों को निष्कासित करने का फैसला।
- भारतीय सेना और सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रहने का निर्देश।
🔴 आतंकियों ने नाम पूछकर की हत्या, 26 की मौत
22 अप्रैल को पहल्गाम के बैसरन मैदान में पर्यटकों पर आतंकियों ने अंधाधुंध गोलियां बरसा दीं। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक:
- आतंकियों ने पहले सभी लोगों से नाम और धर्म पूछा।
- फिर उन्हें कलमा पढ़ने को कहा।
- जो कलमा नहीं पढ़ पाए, उन्हें मौके पर गोली मार दी गई।
- इस निर्मम हमले में 26 लोगों की मौत हुई, जबकि 20 से अधिक घायल बताए जा रहे हैं।
यह हमला धार्मिक पहचान के आधार पर की गई हत्या का एक जघन्य उदाहरण है, जिसने देश को अंदर तक झकझोर दिया है।
🔷 कांग्रेस की मांग: PM करें सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता
जहां सर्वदलीय बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कर रहे हैं, वहीं कांग्रेस पार्टी की ओर से यह मांग की गई है कि प्रधानमंत्री मोदी खुद इस बैठक की अध्यक्षता करें। विपक्ष का मानना है कि जब देश इतनी बड़ी आतंकी चुनौती का सामना कर रहा है, तो प्रधानमंत्री को सीधे तौर पर चर्चा में भाग लेना चाहिए।