22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए दर्दनाक आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने संसद भवन में सर्वदलीय बैठक बुलाई। बैठक में गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, खड़गे, ओवैसी, संजय सिंह, टीएमसी, बीजेडी, डीएमके सहित सभी प्रमुख दलों के नेता शामिल हुए।
🔹 सरकार की ओर से बैठक के बाद क्या कहा गया?
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने बैठक के बाद कहा,
“भारत सरकार ने पहलगाम हमले को गंभीरता से लिया है। रक्षा मंत्री ने सीसीएस बैठक में कार्रवाई की जानकारी दी। सभी दल इस बात पर सहमत हैं कि आतंकवाद के खिलाफ हमें एकजुट रहना होगा।”
उन्होंने बताया कि गृह मंत्रालय, आईबी और सुरक्षा एजेंसियों ने घटना से जुड़ी सभी जानकारियां साझा कीं, और यह सुनिश्चित किया गया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से निपटने के लिए ठोस रणनीति अपनाई जाएगी।
🗣 विपक्ष ने क्या कहा?
🔷 राहुल गांधी (कांग्रेस)
“सभी ने हमले की निंदा की और सरकार को कार्रवाई के लिए पूर्ण समर्थन दिया।”
🔷 मल्लिकार्जुन खरगे (कांग्रेस)
“हमने सुझाव दिया कि जम्मू-कश्मीर में शांति बनाए रखने के लिए अधिक प्रयास होने चाहिए।”
🔷 संजय सिंह (आप)
“सुरक्षा एजेंसियों को जानकारी दिए बिना इलाके को क्यों खोला गया? यह बड़ी चूक है… आतंकियों के कैंप नष्ट किए जाएं।”
🛑 ओवैसी का तीखा सवाल: “सीआरपीएफ बैसरन में क्यों नहीं थी?”
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने सवाल उठाए:
- बैसरन में CRPF की तैनाती क्यों नहीं थी?
- आतंकियों ने लोगों का धर्म पूछकर हमला क्यों किया?
- त्वरित प्रतिक्रिया बल (QRT) को पहुंचने में एक घंटे का वक्त क्यों लगा?
- कश्मीरियों के खिलाफ झूठा प्रचार बंद होना चाहिए।
उन्होंने सिंधु जल संधि स्थगन का समर्थन करते हुए कहा:
“यह कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा का प्रश्न है। सरकार जो निर्णय ले, हम साथ हैं।”
🔹 क्षेत्रीय दलों का रुख
🟨 बीजेडी (सस्मित पात्रा)
“हम सरकार को राष्ट्रीय सुरक्षा के हर कदम पर पूरा सहयोग देते हैं।”
🟩 टीएमसी (सुदीप बंदोपाध्याय)
“सरकार देश के हित में जो भी निर्णय लेगी, हम समर्थन करेंगे।”
🟥 डीएमके (तिरुचि शिवा)
“सिर्फ निंदा काफी नहीं, हमें ठोस और सकारात्मक कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।”
📌 कौन-कौन नेता रहे शामिल?
- गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, विदेश मंत्री एस जयशंकर
- विपक्ष से राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, रामगोपाल यादव (सपा), संजय सिंह (आप), सुप्रिया सुले, प्रफुल्ल पटेल, ओवैसी, तिरुचि शिवा, सुदीप बंद्योपाध्याय, सस्मित पात्रा, मिथुन रेड्डी, अनिल बलूनी
🔍 निष्कर्ष
इस सर्वदलीय बैठक ने एक स्पष्ट संदेश दिया है:
“जब बात राष्ट्रीय सुरक्षा की हो, तो पूरा देश एक साथ खड़ा है।”
अब सबकी नजर भारत सरकार की अगली रणनीतिक कार्रवाई पर है— चूक पर जवाबदेही और आतंक के विरुद्ध निर्णायक कदम।