22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के हालात बन गए हैं। ऐसे समय में भारतीय वायुसेना ने ‘आक्रमण’ नाम से बड़े पैमाने पर युद्धाभ्यास शुरू कर दिया है। इस अभ्यास में वायुसेना की प्रमुख लड़ाकू विमान टुकड़ियों को शामिल किया गया है, जिनमें सबसे आगे हैं राफेल विमान।
🛫 राफेल विमानों की दमदार मौजूदगी
भारतीय वायुसेना के पास वर्तमान में दो राफेल स्क्वाड्रन हैं — एक हरियाणा के अंबाला और दूसरी पश्चिम बंगाल के हाशिमारा में। ये विमान युद्धाभ्यास में अहम भूमिका निभा रहे हैं, और इनकी भागीदारी से भारत की हवाई ताकत का प्रदर्शन हो रहा है।
🌐 अभ्यास में पहाड़ी और जमीनी लक्ष्यों पर हमले
‘आक्रमण’ अभ्यास के तहत पायलट पर्वतीय और मैदानी इलाकों में लक्ष्य भेदन का अभ्यास कर रहे हैं। पूर्वी सेक्टर से भी लड़ाकू और ट्रांसपोर्ट विमान अभ्यास स्थल पर भेजे गए हैं। पायलट लंबी दूरी की उड़ानें भर रहे हैं और उन्हें वास्तविक युद्ध जैसा अनुभव देने के लिए उच्च स्तरीय रणनीतिक तैयारी की गई है।
👨✈️ वायुसेना के टॉप गन पायलट मैदान में
इस अभ्यास में भारतीय वायुसेना के शीर्ष पायलट शामिल हैं, जो अनुभवी प्रशिक्षकों की निगरानी में रणनीतिक मिशनों को अंजाम दे रहे हैं। ये अभ्यास एयर हेडक्वार्टर की सीधी निगरानी में चल रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह युद्धाभ्यास भारत की ‘प्रोएक्टिव डिफेंस स्ट्रैटेजी’ का हिस्सा है।
⚠️ पहलगाम आतंकी हमला: 25 भारतीयों की मौत
22 अप्रैल को आतंकवादियों ने पहलगाम के बैसरन मैदान में पर्यटकों पर हमला किया, जिसमें 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक की मौत हो गई। कई अन्य गंभीर रूप से घायल हुए हैं। यह हमला भारत की सुरक्षा नीति पर सीधी चुनौती माना जा रहा है।
🇮🇳 भारत की सख्त कार्रवाई: सिंधु जल संधि स्थगित
हमले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति की आपात बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए गए:
पाकिस्तान से सीमा पार आतंकवाद को तुरंत रोकने की शर्त रखी गई
सिंधु जल संधि 1960 को स्थगित किया गया
अटारी एकीकृत चेक पोस्ट को बंद किया गया