बेगूसराय। बिहार के बेगूसराय जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। 65 दिन बाद एक महिला का कंकाल गंगा किनारे बोरे में पड़ा मिला, जिसे उसके पिता ने कपड़े और चूड़ी के आधार पर पहचान लिया। परिजनों का आरोप है कि महिला के पति ने अपनी मां और बहन के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी।
बाइक और 2 लाख रुपये की कर रहा था मांग
मामला बलिया थाना क्षेत्र के लाल दियारा का है, जहां 16 मार्च को गंगा किनारे एक बोरे में कंकाल मिला। अगले दिन लाखो थाना क्षेत्र के पनसल्ला निवासी भिखो यादव ने मौके पर पहुंचकर कपड़े और चूड़ी के आधार पर दावा किया कि यह उनकी बेटी रीता कुमारी का कंकाल है, जो 11 जनवरी से लापता थी।
पीड़ित पिता के अनुसार, रीता की शादी 2020 में सुशील कुमार से हुई थी, लेकिन पिछले 6 महीनों से पति बुलेट बाइक और 2 लाख रुपये की मांग कर रहा था। जब परिवार ने पैसे देने से इनकार किया, तो रीता को हत्या की धमकियां दी जाने लगीं।
हत्या के बाद फरार हुआ आरोपी पति
भिखो यादव ने बताया कि 12 जनवरी को जब वे बेटी के ससुराल पहुंचे, तो वह वहां नहीं थी। जब ससुराल वालों पर दबाव डाला गया, तो पता चला कि रीता की हत्या कर दी गई है। इसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई, लेकिन कई दिनों तक कोई सुराग नहीं मिला। इसी बीच, रीता का पति और ससुराल वाले घर छोड़कर फरार हो गए।
डीएनए जांच के लिए भेजा गया कंकाल
शनिवार देर शाम पुलिस को लाल दियारा गंगा किनारे एक बेगूसराय महिला कंकाल मिलने की सूचना मिली। जब परिवार को बुलाया गया, तो उन्होंने कपड़ों और चूड़ी से रीता की पहचान की। हालांकि, पुलिस का कहना है कि डीएनए टेस्ट के बाद ही कंकाल की पहचान पक्की हो पाएगी।