सुकमा।छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) और आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) की संयुक्त टीम ने आज सुबह तेंदूपत्ता बोनस घोटाले से जुड़े मामले में 9 ठिकानों पर बड़ी छापेमार कार्रवाई की। कार्रवाई में पूर्व विधायक और CPI नेता मनीष कुंजाम के रिश्तेदार समेत कई तेंदूपत्ता प्रबंधकों के आवासों पर दबिश दी गई है।
तेंदूपत्ता बोनस घोटाला: जांच की बड़ी कार्रवाई
सूत्रों के अनुसार, यह कार्रवाई तेंदूपत्ता बोनस वितरण में हुई वित्तीय अनियमितताओं को लेकर की जा रही है। DFO अशोक पटेल पहले ही इस मामले में निलंबित किए जा चुके हैं।
छापेमारी सुबह 6 बजे से शुरू हुई और इसमें ACB-EOW के 10 से 13 अधिकारी, 2 गाड़ियों में सवार होकर स्थानीय पुलिस के साथ पहुंचे।
इन ठिकानों पर हुई छापेमारी:
- CPI नेता मनीष कुंजाम के रिश्तेदार का घर
- कोंटा प्रबंधक: शरीफ खान
- पलचलमा प्रबंधक: वेंकट रवाना
- फूलबगड़ी प्रबंधक: राजेशेखर पुराणिक
- जगरगुंडा प्रबंधक: रवि गुप्ता
- मिशिगुडा प्रबंधक: राजेश आयतु
- एर्राबोर प्रबंधक: महेंद्र सिंह
- पेदाबोडकेल प्रबंधक: सुनील
- जग्गावरम प्रबंधक: मनोज कवासी
इन सभी प्रबंधकों के घरों में दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक डेटा और नकद राशि की जांच की जा रही है।
राजनीतिक आरोप: बदले की कार्रवाई?
छापेमारी के बाद CPI और कांग्रेस नेताओं ने राज्य की भाजपा सरकार पर राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप लगाया। नेताओं का कहना है कि:
“जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर भाजपा को समर्थन नहीं देने के कारण यह कार्रवाई की गई है। सरकार CPI नेताओं को बदनाम करने की कोशिश कर रही है।”
ACB-EOW की सफाई का इंतजार
अब तक ACB या EOW की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। मामले में जब्ती सूची और पूछताछ की जानकारी आने के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि कार्रवाई केवल घोटाले के आधार पर है या राजनीतिक दबाव का हिस्सा।