केंद्र सरकार ने पूनम गुप्ता को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की नई डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया है। वह माइकल डी. पात्रा की जगह लेंगी, जो जनवरी 2023 में सेवानिवृत्त हुए थे। उनका कार्यकाल तीन वर्षों का होगा। उनकी नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब 7 से 9 अप्रैल के बीच मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक होने वाली है।
पूनम गुप्ता का प्रोफाइल
शैक्षणिक योग्यता और उपलब्धियां
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पूनम गुप्ता ने अर्थशास्त्र में पीएचडी और मास्टर डिग्री अमेरिका के मैरीलैंड विश्वविद्यालय से प्राप्त की है।
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उन्होंने दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से भी मास्टर डिग्री हासिल की है।
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1998 में उन्हें अंतरराष्ट्रीय अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट शोधकार्य के लिए “एक्जिम बैंक पुरस्कार” से सम्मानित किया गया था।
पेशेवर करियर
पूनम गुप्ता ने विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में कार्य किया है:
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नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च (NCAER) में महानिदेशक रह चुकी हैं।
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प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद और 16वें वित्त आयोग की सलाहकार परिषद की सदस्य रही हैं।
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नीति आयोग की विकास सलाहकार समिति का हिस्सा रह चुकी हैं।
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भारत की G-20 अध्यक्षता के दौरान मैक्रोइकॉनॉमिक्स और व्यापार पर बनी टास्क फोर्स की अध्यक्षता कर चुकी हैं।
वर्ल्ड बैंक और IMF में अनुभव
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विश्व बैंक (World Bank) में प्रमुख अर्थशास्त्री के रूप में कार्य कर चुकी हैं।
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नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक फाइनेंस एंड पॉलिसी (NIPFP) में RBI चेयर प्रोफेसर रह चुकी हैं।
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इंडियन काउंसिल फॉर रिसर्च ऑन इंटरनेशनल इकोनॉमिक रिलेशंस (ICRIER) में प्रोफेसर रही हैं।
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ग्लोबल डेवलपमेंट नेटवर्क (GDN) के बोर्ड में कार्यरत हैं।
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विश्व बैंक के ‘गरीबी और समानता’ और ‘विश्व विकास रिपोर्ट’ सलाहकार समूहों की सदस्य हैं।
RBI में डिप्टी गवर्नर की भूमिका
भारतीय रिजर्व बैंक में चार डिप्टी गवर्नर होते हैं:
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दो पद बैंक के भीतर से ही प्रमोट किए जाते हैं।
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एक अर्थशास्त्री, जो मौद्रिक नीति विभाग की देखरेख करता है।
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एक वाणिज्यिक बैंकिंग क्षेत्र से आता है।
पूनम गुप्ता अर्थशास्त्री के रूप में यह पद संभालेंगी और मौद्रिक नीति निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
RBI डिप्टी गवर्नर की सैलरी और सुविधाएं
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मासिक वेतन: ₹2.25 लाख
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सैलरी (₹1.66 लाख) से अधिक
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अन्य भत्ते और सुविधाएं भी दी जाती हैं।