जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद घाटी में सुरक्षाबलों ने आतंकियों के खिलाफ बड़ा अभियान शुरू कर दिया है। सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह (SOG) ने पुंछ के लसाना वन क्षेत्र में संयुक्त सर्च ऑपरेशन चलाया है। इसके साथ ही पहलगाम की बायसरन घाटी, जहां हमले में 26 निर्दोषों की जान गई, पूरी तरह सुरक्षाबलों के घेरे में है।
बायसरन घाटी, जिसे “मिनी स्विट्जरलैंड” कहा जाता है, सोमवार तक अपनी खूबसूरती के लिए जानी जाती थी, लेकिन मंगलवार को आतंक ने उसे खून से लाल कर दिया। चश्मदीदों के अनुसार, आतंकियों ने पहले लोगों से धर्म पूछा और फिर अंधाधुंध गोलियां चलाईं। इस भयावह हमले ने 2019 के पुलवामा हमले की यादें ताजा कर दीं।
हमले के बाद पूरे क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा तैनात कर दी गई है। सुरक्षाबलों ने अब तक लगभग 1,500 संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। इनमें वे लोग भी शामिल हैं जिन पर पहले आतंक से जुड़े होने के आरोप लगे थे।
इस बीच, बारामुला के उरी सेक्टर में सेना ने दो आतंकियों को मुठभेड़ में मार गिराया, जो उड़ी नाला के रास्ते घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। चिनार कोर ने बताया कि उनके पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद हुए हैं। यह कार्रवाई पहलगाम हमले के 24 घंटे के भीतर हुई है, जो आतंकवादियों के इरादों को स्पष्ट करता है।
सेना का ऑपरेशन जारी है और घाटी में हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है ताकि दोषियों को जल्द से जल्द सजा दी जा सके।