कोरबा। दीपका थाना क्षेत्र के सोमवारी बाजार निवासी दीपक राठौर, जो पिछले छह दिनों से लापता थे, आखिरकार हसदेव नदी में मृत मिले। पुलिस को आत्महत्या की आशंका है, लेकिन परिवार के लिए यह अब भी एक रहस्यमयी घटना बनी हुई है।
क्या हुआ था?
दीपक राठौर, जो गैस चूल्हा रिपेयरिंग और खरीद-बिक्री का काम करते थे, 25 मार्च की सुबह अपने घर से निकले और फिर कभी वापस नहीं लौटे। परिजनों ने पुलिस में गुमशुदगी दर्ज कराई और उनकी तलाश शुरू की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला।
नदी किनारे मिली बाइक और सामान
✅ 29 मार्च को हसदेव नदी के पुराने पुल पर मिली उनकी बाइक
✅ बाइक पर उनके औजार और अन्य सामान बंधा था
✅ सड़क किनारे पानी की बोतल, जूते और मोजे पड़े मिले
✅ सीसीटीवी फुटेज में 26 मार्च को अंबिकापुर की ओर जाते दिखे
पुलिस ने मंगलवार सुबह दीपक की लाश नदी में तैरती हुई पाई। परिजनों ने शव की पहचान की, लेकिन उनकी मृत्यु के कारण अब भी स्पष्ट नहीं हैं।
क्या यह आत्महत्या है?
मोरगा चौकी प्रभारी मंगतू राम ने बताया कि प्रथम दृष्टि में यह आत्महत्या का मामला लग रहा है, लेकिन पुलिस गहराई से जांच कर रही है। दीपक तीन बच्चों और पत्नी के साथ रहते थे, लेकिन उनके आत्मघाती कदम उठाने की कोई स्पष्ट वजह सामने नहीं आई।
जांच जारी, जवाबों की तलाश
✅ परिजनों का बयान दर्ज किया जा रहा है
✅ घटना के पीछे की असली वजह का पता लगाया जा रहा है
✅ क्या किसी ने उन्हें आत्महत्या के लिए उकसाया? यह सवाल बना हुआ है
यह घटना कोरबा के लोगों को झकझोर कर रख देने वाली है। क्या यह सच में आत्महत्या थी या इसके पीछे कोई और राज छिपा है? जांच के नतीजों का इंतजार रहेगा।