शक्ति उपासना का महापर्व नवरात्रि शुरू हो चुका है। इस दौरान मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है। सनातन धर्म में छोटी कन्याओं को देवी का स्वरूप माना जाता है, इसलिए अष्टमी और नवमी तिथि को कन्या पूजन का विशेष महत्व है। कुछ लोग अष्टमी तो कुछ नवमी को कन्या पूजन करते हैं, जिससे अक्सर भ्रम की स्थिति बन जाती है। इस बार पंचांग के अनुसार, अष्टमी और नवमी तिथि एक ही दिन होने के कारण कन्या पूजन को लेकर विशेष नियम बनाए गए हैं।
कब करें कन्या पूजन?
शास्त्रों के अनुसार, अष्टमी और नवमी दोनों तिथियां कन्या पूजन के लिए श्रेष्ठ मानी जाती हैं। इस बार वैदिक पंचांग के अनुसार,
📅 6 अप्रैल 2024 को ही अष्टमी और नवमी तिथि मान्य होगी।
👉 इसी दिन कन्या पूजन करना शुभ रहेगा।
कन्या पूजन का सही समय
✅ सुबह: 7:54 बजे से 10:30 बजे तक
✅ दोपहर: 12:11 बजे से 12:56 बजे तक
कैसे करें कन्या पूजन?
🔹 कन्याओं को देवी स्वरूप मानकर पूरे विधि-विधान से पूजन करें।
🔹 भोग में हलुआ, पूड़ी और दही जरूर अर्पित करें।
🔹 उपहार या दक्षिणा देकर उनका आशीर्वाद लें।