गरियाबंद। छत्तीसगढ़ की 21 वर्षीय बेटी फामेश्वरी यादव ने भारतीय सेना में अग्निवीर महिला सैन्य पुलिस के रूप में चयनित होकर राज्य की पहली महिला अग्निवीर बनने का गौरव हासिल किया है। उनकी इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उन्हें बधाई देते हुए कहा कि यह न केवल एक चयन है, बल्कि छत्तीसगढ़ की बेटियों की हिम्मत और देशभक्ति का प्रमाण भी है। उन्होंने कहा कि फामेश्वरी ने यह साबित कर दिया कि सपनों को साकार करने के लिए मेहनत और जज़्बा ही काफी है।
कलेक्टर ने किया सम्मानित
कलेक्टर दीपक कुमार अग्रवाल ने जिला कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में फामेश्वरी यादव को शॉल, श्रीफल एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ की पहली महिला अग्निवीर बनने पर पूरा प्रदेश और विशेष रूप से गरियाबंद जिला गौरवान्वित महसूस कर रहा है। कलेक्टर ने उम्मीद जताई कि फामेश्वरी की यह सफलता प्रदेश की अन्य बेटियों को भी प्रेरित करेगी और वे सेना सहित विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढ़ने का प्रयास करेंगी।
देशसेवा का सपना किया साकार
फिंगेश्वर विकासखंड के ग्राम परसदाजोशी की रहने वाली फामेश्वरी यादव ने 24 मार्च को प्रदेश के इतिहास में अपना नाम दर्ज कराया। उन्होंने बताया कि बचपन से ही उनका सपना था कि वे देश की सेवा करें। इस जज़्बे के साथ उन्होंने कठिन परिश्रम किया और अग्निवीर भर्ती परीक्षा में सफलता हासिल की।
महिला सशक्तिकरण की मिसाल
फामेश्वरी की यह उपलब्धि छत्तीसगढ़ की अन्य बेटियों के लिए एक प्रेरणास्त्रोत बनेगी। सरकार भी बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए हर संभव सहायता प्रदान कर रही है। यह राज्य में महिला सशक्तिकरण और राष्ट्रसेवा की दिशा में एक बड़ा कदम है।