मुंबई। फिल्म इंडस्ट्री से राजनीति तक अपनी पहचान बना चुकीं दिग्गज एक्ट्रेस और पूर्व सांसद जया प्रदा के खिलाफ गैर-जमानती वारंट (NBW) जारी कर दिया गया है। कोर्ट ने बार-बार समन भेजने के बावजूद अनुपस्थित रहने को गंभीरता से लेते हुए यह कार्रवाई की है।
क्या है पूरा मामला?
मामला 2019 लोकसभा चुनाव के बाद रामपुर के कटघर क्षेत्र स्थित मुस्लिम डिग्री कॉलेज में आयोजित एक कार्यक्रम से जुड़ा है। इस कार्यक्रम में समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेताओं—आजम खां, डॉ. एसटी हसन, अब्दुल्ला आजम, फिरोज खां, मोहम्मद आरिफ और अजहर खां ने भाषण दिए थे। आरोप है कि इस दौरान जया प्रदा के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की गई, जिसके बाद रामपुर निवासी मुस्तफा हुसैन ने इन नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज कराया था।
क्यों जारी हुआ गैर-जमानती वारंट?
यह मामला एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट में चल रहा है, जहां जया प्रदा को गवाही के लिए पेश होना था। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश होने की अनुमति भी मांगी थी, जिसे कोर्ट ने स्वीकार कर लिया था। लेकिन, इसके बावजूद वे बृहस्पतिवार को सुनवाई में शामिल नहीं हुईं।
कोर्ट ने इसे गंभीरता से लेते हुए गैर-जमानती वारंट जारी कर दिया। अब पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर सकती है।
क्या होगा आगे?
फिलहाल, इस मामले पर जया प्रदा या उनके वकील की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। अब सवाल उठता है कि क्या वे अगली सुनवाई से पहले कोर्ट में हाजिर होंगी या पुलिस को उन्हें गिरफ्तार करना पड़ेगा? अगली सुनवाई 3 अप्रैल को होगी, जहां इस पर अगला फैसला लिया जाएगा।