गाजा में इस्राइली हमले में 200 की मौत, हमास ने युद्धविराम उल्लंघन का लगाया आरोप
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इस्राइली हवाई हमलों में 200 से अधिक लोग मारे गए हैं। यह हमला जनवरी में लागू हुए युद्धविराम के बाद सबसे भीषण बताया जा रहा है। इस बीच, हमास ने इस हमले को युद्धविराम का उल्लंघन करार दिया और चेतावनी दी कि इससे बंधकों की सुरक्षा को खतरा हो सकता है।
नेतन्याहू ने दी हमले की वजह
इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि युद्धविराम को बढ़ाने के लिए बातचीत में कोई खास प्रगति नहीं हुई। इसी कारण इस्राइल ने हमास के खिलाफ सैन्य कार्रवाई तेज करने का फैसला लिया। उनके कार्यालय ने एक बयान में कहा कि, “हमास लगातार बंधकों की रिहाई से इनकार कर रहा था, इसलिए यह हमला आवश्यक हो गया था।”
गाजा हमला: विस्थापितों को बनाया गया निशाना
फिलिस्तीनी अधिकारियों के अनुसार, इस्राइल ने गाजा के बुरेजी इलाके में शरणार्थी शिविरों पर हमले किए। विस्थापित लोगों ने एक स्कूल में शरण ली थी, जिसे इस्राइल ने निशाना बनाया। इसके अलावा, इस्राइल ने खाद्य आपूर्ति, दवाइयां और ईंधन की सप्लाई रोक दी जिससे गाजा में भुखमरी के हालात बन गए हैं।
हमास ने दी प्रतिक्रिया
हमास ने इस्राइली हमलों की निंदा करते हुए कहा कि, “नेतन्याहू और उनकी सरकार ने युद्धविराम समझौते को तोड़ा, जिससे बंधकों का जीवन खतरे में पड़ गया है।” रिपोर्ट्स के अनुसार, हमास के पास अभी भी 24 जीवित इस्राइली बंधक हैं, जबकि अनुमान है कि 35 बंधक मारे जा चुके हैं।
सीरिया और लेबनान में भी हमले
इस्राइल ने सिर्फ गाजा ही नहीं, बल्कि सीरिया और लेबनान में भी हवाई हमले किए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीरिया के दारा इलाके में रिहायशी क्षेत्रों को निशाना बनाया गया, जबकि लेबनान में दो हिजबुल्ला आतंकियों को मारने का दावा किया गया। एक इस्राइली अधिकारी ने नाम न उजागर करने की शर्त पर बताया कि हमले सिर्फ हवाई हमलों तक सीमित नहीं रहेंगे, बल्कि इस्राइल हमास के बुनियादी ढांचे और नेताओं को भी निशाना बनाने की योजना बना रहा है।