रायपुर: छत्तीसगढ़ के 2000 करोड़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में जेल में बंद पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा से अब आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) ने भी पूछताछ शुरू कर दी है।
EOW की टीम ने रायपुर सेंट्रल जेल पहुंचकर कवासी लखमा से 12 अहम सवालों पर जवाब मांगा, जिसमें घोटाले के नक्सल कनेक्शन की भी जांच हो रही है।
EOW को 19-20 मार्च को पूछताछ की इजाजत
- जांच एजेंसी EOW को 19 और 20 मार्च को पूछताछ करने की अनुमति मिली है।
- इससे पहले, ईडी (ED) की विशेष कोर्ट से अनुमति लेकर यह कार्रवाई की गई।
- सूत्रों के मुताबिक, घोटाले के पैसों का नक्सल कनेक्शन होने की संभावना जताई जा रही है।
21 जनवरी से जेल में बंद हैं कवासी लखमा
- 15 जनवरी 2024 को ED ने कवासी लखमा को गिरफ्तार किया था।
- 7 दिन की कस्टोडियल रिमांड के बाद उन्हें 21 जनवरी को न्यायिक रिमांड पर भेजा गया।
- ईडी ने इस मामले में अब तक कई बड़े अधिकारियों, व्यापारियों और नेताओं पर शिकंजा कसा है।
क्या है छत्तीसगढ़ शराब घोटाला?
यह घोटाला पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सरकार के कार्यकाल में हुआ, जिसमें—
IAS अनिल टुटेजा, यश टुटेजा, सौम्या चौरसिया समेत कई अधिकारियों पर आरोप लगे।
ED ने 2161 करोड़ के घोटाले का खुलासा किया।
शराब कारोबार से अवैध वसूली और मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज हुआ।
आगे क्या होगा?
EOW की जांच और पूछताछ से यह तय होगा कि क्या घोटाले के पैसों का नक्सल कनेक्शन है? इस मामले में आने वाले दिनों में और बड़े खुलासे हो सकते हैं।