रायपुर: छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में बुधवार को बस्तर संभाग के शासकीय छात्रावासों में बच्चों की मौत का मामला गर्मा गया। कांग्रेस विधायक लखेश्वर बघेल ने सरकार से मौतों की वास्तविक संख्या बताने की मांग की और आदिवासी बच्चों की सुरक्षा को लेकर सरकार की गंभीरता पर सवाल उठाया।
संसदीय कार्यमंत्री केदार कश्यप ने जानकारी देते हुए बताया कि 2024-25 में 2 बच्चों की मौत हुई, जबकि 2022 से 2025 तक कुल 25 बच्चों की मृत्यु अलग-अलग कारणों से हुई। इस जवाब पर असहमति जताते हुए कांग्रेस विधायकों ने सरकार पर आंकड़े छुपाने का आरोप लगाया। लखेश्वर बघेल ने दावा किया कि 10 और बच्चों की मौत हुई, जिसकी जानकारी सरकार नहीं दे रही है।
सदन में हंगामा और विपक्ष का वॉकआउट
सरकार के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने सदन में हंगामा किया और सरकार पर छात्रावासों में लापरवाही का आरोप लगाया। जब विपक्ष ने सरकार को घेरना शुरू किया, तो मंत्री केदार कश्यप ने पलटवार करते हुए “कांग्रेस सरकार में जगरगुंडा में राशन किसने खाया?” सवाल पूछ लिया।
मंत्री के इस बयान पर विपक्ष ने सदन में नारेबाजी की और विरोध स्वरूप वॉकआउट कर दिया। इस पूरे घटनाक्रम से स्पष्ट है कि बस्तर छात्रावासों में बच्चों की मौत का मुद्दा आने वाले दिनों में और भी गर्मा सकता है।