छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार ने आखिरकार निगम-मंडल नियुक्तियों की बहुप्रतीक्षित सूची जारी कर दी है। इस सूची में भूपेंद्र सवन्नी को छोड़कर सभी नए चेहरों को जगह दी गई है। पार्टी ने टिकट के दावेदार रहे नेताओं को पद देकर उनकी नाराजगी दूर करने की कोशिश की है। हालांकि, भाजपा के वरिष्ठ नेता और प्रवक्ता गौरीशंकर श्रीवास इस फैसले से असंतुष्ट नजर आए और उन्होंने पद स्वीकार करने से इनकार कर दिया।
गौरीशंकर श्रीवास ने नियुक्ति ठुकराई
भाजपा ने गौरीशंकर श्रीवास को छत्तीसगढ़ राज्य केश शिल्पी कल्याण बोर्ड का उपाध्यक्ष बनाया था, जबकि अध्यक्ष पद मोना सेन को दिया गया। लेकिन श्रीवास ने इस पद को अस्वीकार कर अपनी नाराजगी जाहिर की।
उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा—
“सरकार ने इतनी बड़ी जिम्मेदारी दी है कि जिसे उठाने में मेरे कंधे असमर्थ हैं! इसलिए पद स्वीकार नहीं! संगठन के सामान्य कार्यकर्ता के रूप में मैं ठीक हूँ। धन्यवाद!”
गौरीशंकर श्रीवास का यह बयान पार्टी के अंदर गहरी नाराजगी को दर्शाता है। वहीं, उनकी पोस्ट को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं @vishnudsai, @drramansingh, @ajayjamwalbjp, @NitinNabin, और @PawanSaiBJP को टैग किया गया, जिससे यह मुद्दा और चर्चा में आ गया है।
नए चेहरों को प्राथमिकता
इस बार की सूची में पार्टी ने युवा नेताओं और नए चेहरों को तवज्जो दी है। यह नियुक्तियां अगले चुनावी समीकरणों को ध्यान में रखते हुए की गई हैं। हालांकि, कुछ वरिष्ठ नेताओं की अनदेखी से असंतोष भी साफ नजर आ रहा है। अब देखना यह होगा कि पार्टी इस स्थिति को कैसे संभालती है।