दुर्ग। गुरुवार सुबह भिलाई स्टील प्लांट (BSP) के कोकोवन डिपार्टमेंट में भीषण आग लग गई, जिससे प्लांट में अफरा-तफरी मच गई। यह घटना सुबह 6 बजे हुई, जिसमें करोड़ों रुपये का नुकसान होने की आशंका है। हालांकि, कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन प्लांट की सुरक्षा और प्रबंधन को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं।
कैसे लगी आग?
सूत्रों के अनुसार, कोकोवन बैटरी 9 और 10 के पीछे स्थित कन्वेयर बेल्ट नंबर 4 में आग भड़की, जिससे लगभग 70-80 मीटर बेल्ट जलकर खाक हो गई। इसके अलावा, बेल्ट ऑपरेटिंग मशीन और केबल भी नष्ट हो गए। कोकोवन बैटरी में कोयला जलाने के बाद नेप्था लिक्विड का छिड़काव किया जाता है, जिसके बाद उसे कन्वेयर बेल्ट के जरिए पाउडर में बदला जाता है। आशंका है कि कोयले की आग से बेल्ट में आग लगी।
कर्मचारी की लापरवाही आई सामने
सूत्रों का कहना है कि नाइट शिफ्ट में तैनात कर्मचारी ने लापरवाही बरती, क्योंकि आग लगने के 2-3 घंटे बाद ही दमकल को सूचना दी गई। जब तक आग पर काबू पाया जाता, तब तक बेल्ट पूरी तरह जलकर गिर चुकी थी।
3 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू
BSP की दमकल टीम ने 5 दमकल गाड़ियों की मदद से 3 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग बुझाई। इस घटना के बाद भी, बीएसपी प्रबंधन इसे छिपाने की कोशिश करता नजर आया। हाल ही में हुई एक अन्य आगजनी की घटना में भी लाखों रुपये का नुकसान हुआ था, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
इस घटना से प्लांट की सुरक्षा व्यवस्था और लापरवाह प्रबंधन पर फिर सवाल खड़े हो गए हैं।