अयोध्या। श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में भव्य राम दरबार अगले महीने 6 जून 2025 से श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोला जाएगा। मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि यह आयोजन भले ही भव्य होगा, लेकिन यह प्राण प्रतिष्ठा जैसा नहीं होगा, क्योंकि राम लला की प्राण प्रतिष्ठा पहले ही जनवरी 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में हो चुकी है।
राम दरबार की स्थापना 23 मई को
नृपेंद्र मिश्र के अनुसार, राम दरबार की मूर्तियों की स्थापना 23 मई को मंदिर के प्रथम तल पर की जाएगी। इसमें भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमान जी की प्रतिमाएं शामिल होंगी। भगवान राम की प्रतिमा लगभग 5 फीट ऊंची है और इसे जयपुर के सफेद संगमरमर से निर्मित किया गया है।
5 जून को विशेष पूजा, 6 जून से आम दर्शन
5 जून को विशेष धार्मिक पूजा संपन्न की जाएगी, जिसके बाद 6 जून से राम दरबार आम श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया जाएगा। मिश्र ने बताया कि 23 मई और 5 जून की तिथियों का खास ज्योतिषीय महत्व है, इसलिए इन्हीं तारीखों का चयन किया गया है।
क्या यह प्राण प्रतिष्ठा जैसा आयोजन होगा?
इस सवाल के जवाब में नृपेंद्र मिश्र ने कहा, “प्राण प्रतिष्ठा पहले ही भूतल पर हो चुकी है, अब प्रथम तल पर राम दरबार स्थापित किया जा रहा है। पूजा-अर्चना जरूर होगी, लेकिन इसे प्राण प्रतिष्ठा जैसा नहीं माना जाएगा।”
मंदिर का शेष निर्माण
मिश्र ने जानकारी दी कि 6 जून तक राम मंदिर का मुख्य ढांचा तैयार हो जाएगा, जिसमें दूसरा तल भी पूरा हो जाएगा। हालांकि मंदिर परिसर की परिधि दीवार और कुछ अन्य आश्रम मंदिरों, जैसे महर्षि वाल्मीकि मंदिर, का निर्माण भी इसी अवधि तक पूरा हो जाएगा।