दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में गृह मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा के दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि चार दशकों से देश में आतंकवाद, नक्सलवाद और पूर्वोत्तर उग्रवाद जैसी समस्याएं बनी हुई थीं, लेकिन मोदी सरकार ने इनका मुंहतोड़ जवाब दिया है। अमित शाह ने भरोसा दिलाया कि 21 मार्च 2026 तक देश से नक्सलवाद पूरी तरह खत्म हो जाएगा।
अमित शाह ने सदन में कहा कि इस देश की सुरक्षा के लिए हमारे हजारों पुलिस और अर्धसैनिक बलों के जवानों ने सर्वोच्च बलिदान दिया है। उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि जो लोग आंखें मूंदकर बैठे हैं, वे देश के विकास को नहीं देख सकते। उन्होंने एक सांसद का जिक्र करते हुए कहा कि वे कश्मीर गए, बर्फ में खेले और दूर से उन्हें आतंकी दिखाई दिया। शाह ने कहा, “हम आतंकियों को पहचानते ही दो आंखों के बीच गोली मारते हैं। हमारी सरकार आतंकवाद और आतंकियों को बर्दाश्त नहीं करती।”
गृह मंत्री ने कहा कि जब 2014 में नरेंद्र मोदी सरकार आई, तब देश को आतंकवाद, नक्सलवाद और पूर्वोत्तर उग्रवाद जैसी समस्याओं से जूझना पड़ रहा था। इन तीनों कारणों से 40 वर्षों में करीब 92,000 नागरिकों की जान गई। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों ने इन समस्याओं को गंभीरता से नहीं लिया, लेकिन मोदी सरकार ने इन्हें खत्म करने के लिए निर्णायक कदम उठाए।
शाह ने आगे कहा कि अपराध अब राज्यों तक सीमित नहीं रह गए हैं। साइबर अपराध, ड्रग्स तस्करी, हवाला जैसे अपराध अंतरराज्यीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक फैल चुके हैं। इसलिए गृह मंत्रालय में बड़े बदलाव किए जा रहे हैं, जिससे देश की सुरक्षा और मजबूत हो सके। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले 10 वर्षों में नरेंद्र मोदी सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बड़े सुधार किए हैं।