छत्तीसगढ़ में अक्षय ऊर्जा को बढ़ावा देने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने रायपुर स्थित क्रेडा कार्यालय में 50 करोड़ रुपए से अधिक की सौर ऊर्जा परियोजनाओं का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। इस मौके पर उन्होंने सौर ऊर्जा संचालित बैटरी स्वैपिंग स्टेशन और सोलर ई-रिक्शा की भी शुरुआत की।
कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने रामनवमी की शुभकामनाएं दीं और कहा कि यह शुभ दिन राज्य में स्वच्छ ऊर्जा क्रांति की शुरुआत का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी बिजली पहुंचाने के लिए ‘नियद नेल्ला नार’ योजना चल रही है, जिससे दूरस्थ गांव रोशन हो रहे हैं।
साय ने कहा कि सरकार का लक्ष्य है सभी को मुफ्त बिजली उपलब्ध कराना। केंद्र की पीएम सूर्यघर योजना के तहत गरीब परिवारों को लाभ देने के लिए राज्य सरकार ने बजट में सब्सिडी का भी प्रावधान किया है।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह ने भी अक्षय ऊर्जा को भविष्य की जरूरत बताया और 50 करोड़ की परियोजनाओं के लिए मुख्यमंत्री को बधाई दी।
क्रेडा के अनुसार, बैटरी स्वैपिंग स्टेशन से ई-रिक्शा चालकों की आय बढ़ेगी क्योंकि वे कम समय में बैटरी बदलकर ज्यादा दूरी तय कर सकेंगे। वहीं, सोलर ई-रिक्शा से बार-बार चार्जिंग की परेशानी खत्म होगी।
यह पहल छत्तीसगढ़ को ग्रीन एनर्जी स्टेट बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम है। सौर ऊर्जा परियोजनाएं अब राज्य की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के साथ रोजगार भी बढ़ाएंगी।