श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम की बायसरन घाटी में मंगलवार को हुए भीषण आतंकी हमले में कम से कम 26 लोगों की जान चली गई, जिनमें अधिकांश हिंदू पर्यटक थे। आतंकियों ने पहले पीड़ितों से धर्म और पहचान पत्र पूछे और फिर हिंदू होने के कारण गोली मार दी। इस दिल दहला देने वाली वारदात की जिम्मेदारी लश्कर-ए-ताइबा से जुड़े आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली है।
हमले में दो विदेशी और दो स्थानीय नागरिकों की भी मौत हुई, जबकि करीब 20 लोग घायल बताए जा रहे हैं। सरकार ने फिलहाल 16 मौतों की आधिकारिक पुष्टि की है। फरवरी 2019 के पुलवामा हमले के बाद से यह सबसे बड़ा आतंकी हमला माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने सऊदी यात्रा बीच में छोड़ी
हमले की खबर मिलते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सऊदी अरब यात्रा अधूरी छोड़कर तुरंत देश लौटने का फैसला किया। उन्होंने हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा –
“आतंकवाद से हमारी लड़ाई कमजोर नहीं होगी, बल्कि और मजबूत होगी। जो इस हमले के पीछे हैं, उन्हें न्याय के कठघरे में लाया जाएगा।“
गृह मंत्री श्रीनगर पहुंचे, CCS की बैठक आज
गृह मंत्री अमित शाह ने हमले की जानकारी मिलते ही वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपात बैठक की और फिर श्रीनगर रवाना हो गए।
बुधवार को दिल्ली में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट कमेटी (CCS) की बैठक होगी जिसकी अध्यक्षता खुद प्रधानमंत्री मोदी करेंगे।
जम्मू बंद, सुरक्षा बढ़ाई गई
हमले के विरोध में हिंदू संगठनों और विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के आह्वान पर जम्मू में बुधवार को बंद की घोषणा की गई है। हाईकोर्ट बार एसोसिएशन, सामाजिक संगठनों और निजी शिक्षण संस्थानों ने इस बंद को समर्थन दिया है। सुरक्षा के मद्देनजर स्कूल-कॉलेज बंद, जगह-जगह प्रदर्शन और रैलियों की तैयारी है।