नागपुर में हिंसा: पथराव, आगजनी और कर्फ्यू, 35 पुलिसकर्मी घायल
महाराष्ट्र के नागपुर में सोमवार रात भारी हिंसा देखने को मिली। महल इलाके में उपद्रवियों ने पथराव किया, कई गाड़ियों में तोड़फोड़ की और आगजनी की। इस हिंसा के बाद शहर में तनाव बढ़ गया, जिसके चलते नागपुर के कई थाना क्षेत्रों—कोतवाली, गणेशपेठ, लकड़गंज, पचपावली, शांतिनगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाड़ा, यशोधरा नगर और कपिल नगर—में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है।
नागपुर पुलिस आयुक्त डॉ. रविंदर कुमार सिंघल ने बताया कि यह कर्फ्यू अगले आदेश तक प्रभावी रहेगा। अब तक मिली जानकारी के अनुसार, इस हिंसा में 35 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और 65 उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है। वहीं, स्थिति की गंभीरता को देखते हुए नागपुर के कई स्कूलों में छुट्टी की घोषणा कर दी गई है।
पुलिस का बयान
नागपुर पुलिस आयुक्त डॉ. रविंदर सिंघल ने घटना को लेकर जानकारी दी। उन्होंने कहा,
“स्थिति नियंत्रण में है। एक तस्वीर जलाने के बाद लोग एकत्र हो गए और हंगामा करने लगे। हमने तत्काल कार्रवाई की और संबंधित लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की। यह घटना रात करीब 8:30 बजे हुई, जिसमें दो वाहन जलाए गए हैं।”
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का बयान
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर हिंसा की निंदा करते हुए कहा,
“नागपुर में जो हुआ वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। कुछ लोगों ने पुलिस पर भी पत्थरबाजी की, जो पूरी तरह से अस्वीकार्य है। मैं स्थिति पर नजर बनाए हुए हूं और पुलिस कमिश्नर को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। कोई भी व्यक्ति दंगा फैलाने या तनाव पैदा करने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे। नागपुर की शांति को भंग नहीं होने दिया जाएगा।”
मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले की प्रतिक्रिया
महाराष्ट्र के मंत्री और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने भी इस हिंसा की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा,
“नागपुर हमेशा शांतिपूर्ण शहर रहा है, लेकिन कुछ असामाजिक तत्वों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की। प्रशासन पूरी तरह सतर्क है और उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। नागपुर की जनता से अपील है कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और प्रशासन का सहयोग करें।”
नागपुर में हालात अब नियंत्रण में
फिलहाल नागपुर पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद है और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठा रही है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे घरों से बाहर न निकलें और शांति बनाए रखें। नागपुर हिंसा में शामिल लोगों की पहचान की जा रही है और जल्द ही उन पर कानूनी कार्रवाई होगी।
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