रायपुर। महादेव ऑनलाइन सट्टा एप से जुड़े बड़े घोटाले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत 21 लोगों पर FIR दर्ज की है। इस मामले में मुख्य आरोपी सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल सहित कई बड़े नाम शामिल हैं। CBI की इस कार्रवाई से छत्तीसगढ़ की राजनीति में भूचाल आ गया है।
CBI की कार्रवाई और राजनीतिक हलचल
प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) अध्यक्ष दीपक बैज ने CBI की कार्रवाई पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए आरोप लगाया कि केंद्र सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर विपक्ष को दबाने की कोशिश कर रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर महादेव सट्टा एप अवैध है, तो इसे सरकार बंद क्यों नहीं कर रही?
FIR में भूपेश बघेल का नाम छठे नंबर पर
CBI की FIR में भूपेश बघेल का नाम छठे स्थान पर, जबकि घोटाले के मुख्य आरोपी सौरभ चंद्राकर का नाम आठवें नंबर पर दर्ज किया गया है। कांग्रेस ने इसे राजनीतिक प्रतिशोध बताया और कहा कि केंद्र सरकार विपक्ष को कमजोर करने के लिए इस तरह की कार्रवाई कर रही है।
छत्तीसगढ़ सरकार का रुख
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा, “कानून से बड़ा कोई नहीं है। यदि किसी ने गलत किया है, तो उस पर कार्रवाई होगी।” वहीं, डिप्टी CM अरुण साव ने इसे भ्रष्टाचार का बड़ा मामला बताते हुए कहा कि जो भी दोषी होंगे, उन पर सख्त कार्रवाई होगी।
क्या है महादेव ऑनलाइन सट्टा घोटाला?
महादेव ऑनलाइन सट्टा एप एक अवैध सट्टेबाजी नेटवर्क है, जो डिजिटल प्लेटफॉर्म के जरिए ऑनलाइन सट्टा संचालित करता था। इस घोटाले में पहले भी कई गिरफ्तारियां हो चुकी हैं और अब CBI ने जांच तेज कर दी है।
CBI की इस बड़ी कार्रवाई के बाद छत्तीसगढ़ की राजनीति में नया मोड़ आ सकता है। आने वाले दिनों में और कौन-कौन से नाम सामने आएंगे और जांच किस दिशा में आगे बढ़ेगी, यह देखना दिलचस्प होगा।