रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार ने गरियाबंद जिले में नए सहायक जिला खनिज अधिकारी की नियुक्ति की है, लेकिन उनकी पदस्थापना के साथ ही क्षेत्र में विवाद की स्थिति उत्पन्न हो गई है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों और नागरिकों ने अवैध रेत उत्खनन बढ़ने की आशंका जताई है।
अवैध रेत उत्खनन पर बढ़ी चिंता
महानदी, पैरी और सोंढूर नदी में रेत माफियाओं द्वारा अवैध उत्खनन के बढ़ने का अंदेशा लोगों ने जाहिर किया है। स्थानीय कांग्रेस और भाजपा नेताओं ने भी खनिज अधिकारी की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं।
हमनाम होने से चर्चाओं का दौर शुरू
नवपदस्थ खनिज अधिकारी का नाम एक स्थानीय जनप्रतिनिधि से मिलता-जुलता होने के कारण क्षेत्र में चर्चाएं तेज हो गई हैं। कुछ लोगों का मानना है कि इससे प्रशासनिक कार्यों में भ्रम की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
वैध-अवैध परिवहन पर कार्रवाई से लोगों में नाराजगी
नए खनिज अधिकारी की पदस्थापना के बाद वैध और अवैध रूप से गिट्टी और रेत परिवहन करने वाले वाहनों पर की जा रही चालानी कार्रवाई से लोगों में असंतोष बढ़ गया है। शिकायतों के चलते खनिज विभाग के उच्च अधिकारियों को मौखिक रूप से अवगत कराया गया है।
क्या होगी आगे की कार्रवाई?
स्थानीय प्रशासन और खनिज विभाग शिकायतों की जांच कर सकता है। वहीं, क्षेत्र के लोग और जनप्रतिनिधि रेत उत्खनन पर कड़ी निगरानी की मांग कर रहे हैं।