पूर्व DGP ओम प्रकाश हत्या मामले ने पूरे कर्नाटक को झकझोर कर रख दिया है। 1981 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी और कर्नाटक के पूर्व पुलिस महानिदेशक (DGP) ओम प्रकाश की बेंगलुरु में उनके आवास पर हत्या कर दी गई। शुरुआती मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस वारदात में परिवार के किसी करीबी सदस्य के शामिल होने का शक जताया जा रहा है। फिलहाल पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
68 वर्षीय ओम प्रकाश मूल रूप से बिहार के चंपारण जिले के रहने वाले थे। उनका लंबा और सराहनीय पुलिस सेवा का इतिहास रहा है। उन्हें 1 मार्च 2015 को कर्नाटक का पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया गया था। इससे पहले वे राज्य के होम गार्ड्स और फायर ब्रिगेड के महानिदेशक के रूप में भी सेवाएं दे चुके थे। साल 2015 से 2017 तक उन्होंने बतौर DGP कर्नाटक पुलिस की कमान संभाली थी।
इस हाई-प्रोफाइल हत्या की खबर से बेंगलुरु में सनसनी फैल गई है। पुलिस हर एंगल से मामले की तहकीकात कर रही है। घटना के पीछे के कारणों और संभावित आरोपियों की तलाश में जांच तेजी से आगे बढ़ रही है। पूर्व DGP ओम प्रकाश की हत्या कानून व्यवस्था और सुरक्षा पर एक बड़ा सवाल भी खड़ा कर रही है।