दुर्ग: जिले की पुलिस ने संचय इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड नामक चिटफंड कंपनी के दो फरार डायरेक्टर्स को ओडिशा से गिरफ्तार किया है। इन पर 18 लोगों से अधिक ब्याज का लालच देकर 25 लाख रुपये की ठगी करने का आरोप है।
कैसे हुआ था घोटाला?
2017 में मोहन नगर थाने में मामला दर्ज किया गया था। कंपनी के डायरेक्टर्स ने निवेशकों को उच्च ब्याज का झांसा देकर पैसे जमा कराए, लेकिन बाद में पूरी रकम लेकर फरार हो गए। इस केस में पहले ही प्रवीण मोहंती और अरविंद मिश्रा को भुवनेश्वर से गिरफ्तार किया जा चुका था, जबकि चार आरोपी अभी भी फरार थे।
कैसे हुई गिरफ्तारी?
आईजी राम गोपाल गर्ग और एसपी जितेंद्र शुक्ला के निर्देश पर मोहन नगर पुलिस ने ओडिशा के भुवनेश्वर में फरार डायरेक्टर्स देवकांत महापात्रा और जुगलचरण दास की तलाश शुरू की। पुलिस टीम ने तीन दिनों तक निगरानी करने के बाद जैसे ही दोनों आरोपी घर लौटे, उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
अब क्या होगा?
गिरफ्तार आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर दुर्ग लाया गया है और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई जारी है। देवकांत महापात्रा (50 वर्ष) और जुगलचरण दास (49 वर्ष) भुवनेश्वर, ओडिशा के निवासी हैं। पुलिस अन्य फरार आरोपियों की भी तलाश कर रही है।