रायपुर स्थित छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत नियामक आयोग (CSERC) नेट एनर्जी प्लस भवन को 16वें CIDC विश्वकर्मा अवार्ड 2025 के लिए चयनित किया गया है। यह भवन भारत की पहली नेट एनर्जी प्लस बिल्डिंग के रूप में विकसित हुआ है। इसकी निर्माण परिकल्पना और परामर्श सेवाएं छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (CREDA) द्वारा प्रदान की गई हैं, जबकि छत्तीसगढ़ हाउसिंग बोर्ड ने इसका निर्माण किया है।
CREDA की महत्वपूर्ण भूमिका
CREDA ने इस भवन के लिए नेट एनर्जी प्लस अवधारणा, डिज़ाइनिंग और इंजीनियरिंग सेवाएं प्रदान की हैं।
🔹 भवन में सौर ऊर्जा तकनीक का कुशल समायोजन किया गया है।
🔹 Passive Design पर आधारित निर्माण से ऊर्जा की खपत को न्यूनतम किया गया है।
🔹 प्राकृतिक वेंटिलेशन, जल संरक्षण और अन्य पर्यावरण-अनुकूल उपायों को अपनाया गया है।
🔹 भारत सरकार के ऊर्जा दक्षता ब्यूरो द्वारा इस भवन को 5-स्टार रेटिंग दी गई है।
ऊर्जा दक्षता में एक मिसाल
CREDA के मुख्य कार्यपालन अधिकारी राजेश सिंह राणा ने कहा कि यह भवन ऊर्जा संरक्षण का एक मिसाल है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन में, छत्तीसगढ़ में भविष्य में बनने वाली इमारतों को भी ऊर्जा दक्ष भवन संहिता के तहत नेट एनर्जी प्लस आधारित बनाया जाएगा।
छत्तीसगढ़ की राष्ट्रीय पहचान
CSERC भवन का CIDC विश्वकर्मा अवार्ड 2025 के लिए चयन छत्तीसगढ़ को सतत विकास और ऊर्जा दक्ष भवन निर्माण की दिशा में राष्ट्रीय पहचान दिलाएगा। यह उपलब्धि राज्य को ग्रीन बिल्डिंग अवधारणा में अग्रणी बनाएगी और अक्षय ऊर्जा के प्रभावी उपयोग का आदर्श प्रस्तुत करेगी।