रायपुर। गुढ़ियारी में शनिवार को आयोजित अखिल भारतीय विद्युत मजदूर महासंघ के 18वें त्रैवार्षिक अधिवेशन में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रदेश के ऊर्जा क्षेत्र को लेकर कई अहम घोषणाएं कीं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के माध्यम से छत्तीसगढ़ में “हाफ बिजली से मुफ्त बिजली” की ओर तेज़ी से कदम बढ़ाए जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए बजट में सब्सिडी का प्रावधान भी किया गया है, जिससे हर जरूरतमंद परिवार तक सोलर ऊर्जा और सस्ती बिजली पहुंचाई जा सके। उन्होंने कार्यक्रम में भारतीय मजदूर संघ के संस्थापक दत्तोपंत ठेंगड़ी को श्रद्धांजलि अर्पित की और देशभर से आए श्रमिक प्रतिनिधियों का अभिनंदन किया।
विष्णुदेव साय ने बताया कि राज्य में वर्तमान में बिजली सरप्लस है, लेकिन भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए उत्पादन क्षमता को लगातार बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में राज्य को 1350 मेगावाट और 850 मेगावाट की दो बड़ी बिजली परियोजनाओं की सौगात दी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऊर्जा क्षेत्र में अब तक 3.5 लाख करोड़ रुपए के निवेश प्रस्ताव मिल चुके हैं, जो आने वाले समय में छत्तीसगढ़ को ऊर्जा हब में बदल देंगे।
इस अधिवेशन में 21 राज्यों के विद्युत श्रमिक शामिल हुए और श्रमिकों की सुरक्षा, कल्याण व समस्याओं पर विस्तार से चर्चा हुई। अखिल भारतीय विद्युत मजदूर महासंघ के मंत्री राधेश्याम जायसवाल, मधुसूदन जोशी और शोभा सिंहदेव जैसे वरिष्ठ पदाधिकारी भी इस अवसर पर मौजूद रहे।