रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज मंत्रालय (महानदी भवन) में लोक निर्माण विभाग की समीक्षा बैठक ली और अफसरों को निर्देश दिए कि सड़कों, पुल-पुलियों और भवनों के निर्माण कार्यों को तेजी और गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय में पूरा किया जाए। उन्होंने खासतौर पर राष्ट्रीय राजमार्गों और प्रमुख सड़कों पर तेज और सुरक्षित यातायात की आवश्यकता को रेखांकित किया।
सीएम साय ने कहा कि AI और आधुनिक तकनीकों की मदद से खराब सड़कों की त्वरित पहचान और मरम्मत के लिए सिस्टम विकसित किया जाए। बैठक में उप मुख्यमंत्री अरुण साव, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव सुबोध सिंह, और लोक निर्माण विभाग के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि बाइपास और रिंगरोड्स को एक्सप्रेसवे की तर्ज पर विकसित करते हुए उनमें ओवरब्रिज और अंडरब्रिज पर्याप्त संख्या में बनाएं जाएं। उन्होंने रायपुर को विशाखापत्तनम से जोड़ने वाले भारतमाला एक्सप्रेसवे को रायपुर-जगदलपुर हाइवे से जोड़ने के लिए बेहतर कनेक्टिविटी के निर्देश दिए।
अगले तीन वर्षों में 30 हजार करोड़ की सड़क परियोजनाओं को पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। इसके लिए एनएचएआई के साथ समन्वय को बेहतर करने और हर बड़ी परियोजना के लिए एक-एक डेडिकेटेड अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए गए।
बैठक में बस्तर क्षेत्र में सड़क नेटवर्क को मजबूत करने, खनन क्षेत्रों में सड़कों के मजबूतीकरण, और विश्राम गृहों की उन्नयन योजना पर भी चर्चा हुई। अधिकारियों ने बताया कि नया विधानसभा भवन 95% और राजभवन 60% पूर्ण हो चुका है।
लोक निर्माण विभाग समीक्षा में सड़कों की सुरक्षा, ब्लैकस्पॉट सुधार, और आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण को लेकर ठोस कार्ययोजना बनाई गई है।