छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। प्रदेश के कई जिलों में इस तरह की घटनाएं सामने आ रही हैं। ताजा मामला बिलासपुर से आया है, जहां प्रार्थना सभा के जरिए धर्मांतरण का प्रयास किया जा रहा था। हिंदू संगठनों और पुलिस की त्वरित कार्रवाई से इस गतिविधि का खुलासा हुआ। पुलिस ने चार लोगों को हिरासत में लिया है और धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।
मोपका क्षेत्र में धर्मांतरण का प्रयास
सूचना के अनुसार, सरकंडा थाना क्षेत्र के मोपका में एक घर में प्रार्थना सभा आयोजित की जा रही थी। हिंदू संगठनों को शक हुआ कि इस सभा के जरिए धर्म परिवर्तन कराया जा रहा है। उन्होंने पुलिस को जानकारी दी, जिसके बाद टीम ने मौके पर दबिश दी। जांच के दौरान, ईसाई धर्म प्रचारकों द्वारा धर्मांतरण की गतिविधियां संचालित करने की पुष्टि हुई। साथ ही धार्मिक प्रचार सामग्री भी बरामद की गई।
मस्तूरी में भी सामने आया धर्मांतरण का मामला
बिलासपुर में एक दिन पहले भी मस्तूरी के भोथीडीह गांव में ऐसा ही मामला सामने आया था। वहां रवि केवट नामक व्यक्ति के घर में प्रार्थना सभा के दौरान धर्मांतरण की कोशिश हो रही थी। पुलिस और हिंदू संगठनों की कार्रवाई में ईसाई धर्म प्रचारक लोगों को धर्म परिवर्तन के लिए उकसाते पाए गए। मौके से प्रचार सामग्री बरामद हुई और पुलिस ने रवि केवट समेत चार अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने की सख्त कार्रवाई
दोनों मामलों में धर्म स्वातंत्र्य अधिनियम के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। अधिकारियों ने कहा कि धर्मांतरण के ऐसे मामलों पर सख्त निगरानी रखी जाएगी और दोषियों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए प्रशासन सतर्क है और पुलिस ऐसे मामलों पर कड़ी निगरानी रख रही है।