रायपुर। छत्तीसगढ़ में भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत सामने आई संभावित गड़बड़ियों को लेकर एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) और इकोनॉमिक ऑफेंस विंग (EOW) ने एक बड़ी कार्रवाई शुरू की है। इस हाई-प्रोफाइल जांच के तहत प्रदेशभर में 20 से ज्यादा ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की गई है, जिससे हड़कंप मच गया है।
बताया जा रहा है कि ये छापे रायपुर, दुर्ग, भिलाई, आरंग और कुछ अन्य जिलों में चल रहे हैं। ACB और EOW की संयुक्त टीमें संदिग्ध ठिकानों पर दस्तावेज़ और साक्ष्य जुटाने में जुटी हैं। प्राथमिक जांच में सामने आया है कि भारतमाला परियोजना के कुछ हिस्सों में नियमों की अनदेखी कर भारी आर्थिक गड़बड़ी की गई हो सकती है।
कार्रवाई के दौरान अधिकारियों ने कार्यालयों, ठेकेदारों के परिसरों और अन्य संबंधित ठिकानों से अहम दस्तावेज जब्त किए हैं। इन दस्तावेजों की जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
भारतमाला प्रोजेक्ट केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है, जिसके तहत राष्ट्रीय राजमार्गों का विस्तार और उन्नयन किया जा रहा है। छत्तीसगढ़ में इस योजना के अंतर्गत कई महत्वपूर्ण सड़कों का निर्माण हुआ है। अब इन परियोजनाओं में अनियमितताओं के आरोप सामने आने के बाद जांच एजेंसियां पूरी सक्रियता से मामले की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रही हैं।
ACB और EOW की यह संयुक्त कार्रवाई राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ जारी मुहिम का हिस्सा मानी जा रही है। जांच के नतीजे आने पर कई बड़े खुलासे संभव हैं।