आज 31 अक्टूबर, 2025 शुक्रवार, के दिन कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष नवमी तिथि है. माता सरस्वती इस तिथि की शासक हैं. दुश्मनों और प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ योजना बनाने के लिए ये एक अच्छा दिन है, लेकिन किसी भी शुभ समारोह और यात्राओं के लिए ये तिथि अशुभ मानी जाती है. आज अक्षय नवमी है. आज के दिन जगद्धात्री पूजा भी है.
31 अक्टूबर का पंचांग
- विक्रम संवत : 2081
- मास : कार्तिक
- पक्ष : शुक्ल पक्ष नवमी
- दिन : शुक्रवार
- तिथि : शुक्ल पक्ष नवमी
- योग : गंड
- नक्षत्र : धनिष्ठा
- करण : कौलव
- चंद्र राशि : मकर
- सूर्य राशि : तुला
- सूर्योदय : सुबह 06:43 बजे
- सूर्यास्त : शाम 06:02 बजे
- चंद्रोदय : दोपहर 02.16 बजे
- चंद्रास्त : देर रात 01.44 बजे (1 नवंबर)
- राहुकाल : 10:58 से 12:23
- यमगंड : 15:12 से 16:37
यात्रा और आध्यात्मिक कार्यों के लिए श्रेष्ठ है नक्षत्र
आज के दिन चंद्रमा मकर राशि और धनिष्ठा नक्षत्र में रहेंगे. मकर राश में इस नक्षत्र का विस्तार 23:20 से लेकर कुंभ राशि में 6:40 तक फैला है. इसके देवता अष्टवसु हैं और इस नक्षत्र पर मंगल का शासन है. यह नक्षत्र यात्रा करने, मित्रों से मिलने और आध्यात्मिक कार्यों के लिए श्रेष्ठ है.
आज के दिन का वर्जित समय
आज के दिन 10:58 से 12:23 बजे तक राहुकाल रहेगा. ऐसे में कोई शुभ कार्य करना हो, तो इस अवधि से परहेज करना ही अच्छा रहेगा. इसी तरह यमगंड, गुलिक, दुमुहूर्त और वर्ज्यम् से भी परहेज करना चाहिए.


















