छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले में एक महत्वपूर्ण घटना घटी है। 19 नक्सलियों ने एक साथ आतंक का रास्ता छोड़कर सरकार के समक्ष आत्मसमर्पण किया, जो नक्सल विरोधी अभियान में एक बड़ी सफलता मानी जा रही है।
ये सभी नक्सली पामेड़ एरिया कमेटी से संबंधित बताए जा रहे हैं। इनमें PLGA बटालियन के सदस्य, PPCM, ACM, AOB डिवीजन और मिलिशिया स्तर के नक्सली शामिल हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इन सभी नक्सलियों पर कुल 29 लाख रुपये का इनाम था, जिन्होंने अब हथियार डाल दिए हैं।
DIG CRPF देवेंद्र सिंह नेगी और बीजापुर के एसपी जितेंद्र यादव के सामने हुए इस आत्मसमर्पण में सरकार ने हर नक्सली को 25,000 रुपये की प्रोत्साहन राशि देने का निर्णय लिया है। यह कदम नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में शांति और विकास की उम्मीद जगाता है।
नक्सल आत्मसमर्पण न केवल सुरक्षा बलों की सफलता है, बल्कि यह दर्शाता है कि कैसे मुख्यधारा की विकास प्रक्रिया उग्रवादियों को अपना रास्ता बदलने के लिए प्रेरित कर रही है। यह घटना छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी रणनीतियों की प्रभावशीलता का एक सशक्त उदाहरण है।