रायपुर। पीएम मोदी छत्तीसगढ़ राज्योत्सव 2025 के अवसर पर रायपुर पहुंचे, जहां उन्होंने नई विधानसभा भवन का लोकार्पण किया। समारोह में राज्यपाल रमन डेका, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, मुख्यमंत्री विष्णु देव साय, पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और अन्य जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। प्रधानमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ ने 25 वर्षों में संघर्ष से विकास की एक प्रेरणादायक यात्रा तय की है।
मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि साल 2000 में जब अटल बिहारी वाजपेयी जी ने छत्तीसगढ़ का गठन किया था, वह सिर्फ प्रशासनिक फैसला नहीं था, बल्कि यह राज्य की आत्मा को पहचान दिलाने का संकल्प था। आज जब नई विधानसभा के साथ अटल जी की प्रतिमा का अनावरण हुआ है, तो लगता है उनका सपना साकार हो गया है।
उन्होंने नई विधानसभा को “लोकतंत्र का तीर्थ स्थल” बताते हुए कहा कि यह भवन पारदर्शिता, जवाबदेही और जनता की आवाज़ का प्रतीक है। पीएम मोदी ने कहा कि इस भवन में छत्तीसगढ़ की संस्कृति झलकती है — बस्तर आर्ट की सुंदरता, गुरु घासीदास जी का ‘मनखे-मनखे एक समान’ का संदेश और माता शबरी की आत्मीयता हमें प्रेरित करती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ अब नक्सलवाद नहीं, बल्कि विकास और समृद्धि का प्रतीक बन चुका है। बस्तर ओलंपिक आज देशभर में चर्चा का विषय है। उन्होंने ‘राम से राष्ट्र’ के विचार पर बल देते हुए कहा कि सुशासन और जनकल्याण ही असली रामराज है।
अंत में पीएम मोदी ने कहा कि 2047 तक विकसित भारत के निर्माण में छत्तीसगढ़ की भूमिका अहम होगी। उन्होंने सभी जनप्रतिनिधियों से जनता-जनार्दन की सेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का आह्वान किया।



















