Petrol Diesel Price Today: तेल कंपनियों ने पेट्रोल, डीजल और एलपीजी सिलेंडर की आज की कीमतें जारी कर दी हैं. देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है. दूसरी ओर, वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतें फिर से 70 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गई हैं. आइए जानते हैं आज के ताजा रेट और अन्य विवरण.
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के अनुसार, आज 1 अक्टूबर को देश के प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर हैं. दिल्ली में पेट्रोल 94.72 रुपये प्रति लीटर और डीजल 87.62 रुपये प्रति लीटर है. लखनऊ में पेट्रोल 94.65 रुपये और डीजल 87.76 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है. वहीं, देश में सबसे सस्ता पेट्रोल और डीजल अंडमान-निकोबार में उपलब्ध है. यहां पेट्रोल की कीमत 82.42 रुपये और डीजल 78.01 रुपये प्रति लीटर है. इसके विपरीत, आंध्र प्रदेश में पेट्रोल की कीमत सबसे अधिक 108.29 रुपये और डीजल 96.17 रुपये प्रति लीटर है.
कच्चे तेल की कीमतों में उछाल
ब्लूमबर्ग एनर्जी के अनुसार, वैश्विक बाजार में कच्चे तेल की कीमतें फिर से बढ़ रही हैं. ब्रेंट क्रूड का दिसंबर वायदा 71.77 डॉलर प्रति बैरल और डब्ल्यूटीआई क्रूड का नवंबर वायदा 68.29 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया है. विशेषज्ञों का कहना है कि कच्चे तेल की कीमतों में यह उछाल वैश्विक आपूर्ति और मांग के असंतुलन के कारण है. हालांकि, इसका असर अभी भारत में पेट्रोल-डीजल की कीमतों पर नहीं पड़ा है. अंडमान-निकोबार केंद्र शासित प्रदेश में पेट्रोल और डीजल की कीमतें सबसे कम हैं. यहां 1 लीटर पेट्रोल की कीमत 82.42 रुपये और डीजल 78.01 रुपये है. यह पूरे देश में सबसे सस्ता ईंधन है. तुलना करें तो दुनिया में सबसे सस्ता पेट्रोल 2.40 रुपये प्रति लीटर उपलब्ध है. भारत में कीमतें भले ही अधिक हों, लेकिन अंडमान-निकोबार जैसे क्षेत्रों में राहत मिलती है.
राज्यों में कीमतों का अंतर
देश के अलग-अलग राज्यों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें अलग हैं. तेलंगाना में पेट्रोल 107.41 रुपये और डीजल 95.65 रुपये प्रति लीटर है. केरल में पेट्रोल 107.56 रुपये और डीजल 96.43 रुपये है. वहीं, उत्तराखंड में पेट्रोल 93.45 रुपये और डीजल 88.32 रुपये प्रति लीटर है. कीमतों में यह अंतर राज्य सरकारों के टैक्स और अन्य शुल्कों के कारण है. पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर रहने से आम जनता को राहत मिली है. विशेषज्ञों का कहना है कि कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के बावजूद तेल कंपनियां कीमतें स्थिर रखने की कोशिश कर रही हैं. हालांकि, भविष्य में वैश्विक बाजार की स्थिति के आधार पर कीमतें बदल सकती हैं.